कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)  से पेंशन पाने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। ईपीएफओ के पेंशन सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इस बदलाव के बाद सभी रिटायर कर्मचारियों को एक ही समय पर पेंशन मिलने लगेगी।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ईपीएफओ के फैसला लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की 29 और 30 जुलाई को बैठक होने जा रही है। इस बैठक में केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली के गठन का प्रस्ताव रखा जाएगा।

अगर इस बैठक में केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है, तो इसका सीधा फायदा देश में ईपीएफओ से पेंशन पाने वाले 73 लाख रिटायर कर्मचारियों को होगा। मौजूदा समय में ईपीएफओ की 138 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से अलग-अगल दिन पर पेंशन हस्तांतरित की जाती है। इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन में देरी हो जाती है और सभी अगल- अगल दिन और समय पर पेंशन मिलती है।

इस मामले से जुड़ें सूत्रों का कहना है कि सीबीटी की ओर से इस माह के अंत में होने जा रही बैठक में केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद पेंशन भेजना काफी आसान हो जाएगा। ईपीएफओ के 138 क्षेत्रीय कार्यालयों में मौजूद डाटाबेस के आधार पर सभी 73 लाख पेंशनधारकों को एक साथ पेंशन दी जा सकेगी।

20 नवंबर, 2021 को हुई बैठक में सीबीटी के न्यासियों ने सी-डीएसी द्वारा केंद्रीकृत आईटी आधारित प्रणाली के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। बैठक के बाद श्रम मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि क्षेत्रीय कार्यालयों के ब्योरे को चरणबद्ध तरीके से केंद्रीय डेटाबेस में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे सेवाओं का परिचालन और आपूर्ति सुगम हो सकेगी।

बता दें, इससे पहले खबर आई थी, ईपीएफओ इक्विटी यानी शेयर बाजार में निवेश की सीमा को बढ़ाने को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है। मौजूदा समय में ईपीएफओ की ओर से कुल पीएफ (Provident Fund) की रकम का 15 फीसदी तक ही इक्विटी में निवेश किया जाता है।