कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने सदस्यों के प्रोफाइल में बदलाव को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की है। ईपीएफओ के मुताबिक अब सदस्य अपनी प्रोफाइल में कुछ बड़े बदलाव ऑनलाइन नहीं कर सकेंगे। फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ईपीएफओ ने यह फैसला लिया है। ईपीएफओ ने कर्मचारियों की मदद करने के लिए कई कदम उठाए हैं। ईपीएफओ द्वारा ऑनलाइन ही नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि आदि में ऑनलाइन सुधार की व्यवस्था को सहज बनाया था।
दरअसल सदस्य की प्रोफाइल में नाम को पूरी तरह से बदलने या प्रोफाइल को पूरी तरह से बदल देने के बादधोखाधड़ी या मिसमैच के मामले सामने आ रहे थे। ऐसे में ईपीएफओ ने तय किया कि नई गाइडलाइन्स के तहत इस समस्या को दूर किया जाए। ऐसे में अब प्रोफाइल में नाम पूरी तरह से अलग नहीं रखा जा सकेगा इसमें थोड़ा सा बदलाव ऑनलाइन किया जा सकेगा।
मसलन किसी के नाम में अगर छोटा बदलाव (जैसे स्पेलिंग मिस्टेक, या सरनेम ठीक करना आदि) करना हो तो इसे ऑनलाइन किया जा सकेगा। अगर किसी का नाम एन.कुमार है तो वह इसे नरेश कुमार कर सकता है। वहीं अगर को ये चाहेगा कि नरेश कुमार के बदले सुरेश कुमार नाम कर दिया जाए तो ऐसा ऑनलाइन संभव नहीं।
वहीं मिडिल नेम या शादी के बाद सरनेम शामिल करने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होगी। लेकिन अगर कोई अपने पूरे नाम को ही प्रोफाइल में बदलना चाहेगा तो इसके लिए ऑफलाइन ही आवेदन करना होगा।
इस दौरान इंप्लॉयर की डेक्लेयरेशन और सभी दस्तावेज होने चाहिए। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का कहना है कि बिना सही कागजात के प्रोफाइल में किसी तरह का बदलाव न करें।