भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी हमेशा से देशवासियों के विश्वास पर खरी उतरी हैं। जिसके चलते करोड़ो लोग एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसी में निवेश करते रहते हैं। एलआईसी की पॉलिसी में लोगों को लाइफ इंश्योरेंस के अलावा दूसरे कई फायदे भी मिलते है। ऐसी ही एलआईसी की एक पॉलीसी है बचत प्लस स्कीम जिसमें निवेश करने पर सिक्योरिटी के साथ सेविंग्स का भी ऑप्शन मिलता है। इसमें निवेश करके आप भविष्य के साथ अच्छा कॉर्पस भी तैयार कर सते है और आर्थिक तौर पर मजबूत बनने में आगे बढ़ सकते हैं।

LIC की बचत प्लस स्कीम के फायदे- एलआईसी की इस खास स्कीम में सुरक्षा के साथ सेविंग्स की भी गारंटी मिलती है। इस पॉलिसी के तरह पॉलिसीधारक की अगर मृत्यु हो जाती है तो परिवार को आर्थिक मदद दी जाती है। साथ ही पॉलिसी के मैच्योर होने पर पॉलिसी होल्डर को एकमुश्त रकम दी जाती है।

कितना देना होता है प्रीमियम – एलआईसी की बचत प्लस स्कीम में एक बार या 5 साल की सीमित अवधि तक प्रीमियम भर सकते हैं। इस स्कीम में प्रीमियम को सालाना, छमाही, तिमाही या मासिक तौर पर जमा कर सकते हैं। वहीं इस पॉलिसी में कस्टमर को प्रीमियम भरने के लिए 30 दिन का ग्रेस पीरियड भी मिलता है। दूसरी ओर अगर ग्रेस पीरियड में प्रीमियम नहीं भरा जाता तो पॉलिसी कैंसिल हो जाती है और इसका फायदा नहीं मिलता।

जरूरत पड़ने पर ले सकते हैं लोन – इस स्कीम के तहत ग्राहकों को लोन लेने की सुविधा भी मिलती है। सिंगल प्रीमियम विकल्प में लोन पॉलिसी के 3 महीने पूरे होने के बाद या फिर फ्री लुक पीरियड पूरा होने के बाद लिया जा सकता है। वहीं लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट विकल्प में लोन कम से कम 2 साल के प्रीमियम भरे जाने के बाद मिलेगा। वहीं इस पॉलिसी में न्यूनतम बीमा राशि 1 लाख रुपये और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।

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कैसे करें पॉलिसी के लिए अप्लाई – अगर आप एलआईसी की इस पॉलिसी में निवेश करना चाहते हैं तो ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से पेमेंट कर सकते है। ऑनलाइन पॉलिसी लेने के लिए आपको http://www.licindia.in पर जाकर निवेश करना होगा। वहीं ऑफलाइन लेने के लिए एलआईसी के ऑफिस जाना होगा। साथ ही एलआईसी की बचत प्लस स्कीम में इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत छूट भी ले सकते हैं।