दिल्‍ली एनसीआर में मेट्रो से सफर करने वाले यात्रियों के लिए डीएमआरसी ने बड़ा तोहफा दिया है। आज से पहली बार रेड लाइन यानी रिठाला से शहीद स्थल न्यू बस अड्डा वाले रूट पर 8-कोच वाली ट्रेनों का पहला सेट पेश किया है। इस मार्ग पर सभी 39 ट्रेनों के कोचों की संख्‍या में इजाफा किया जाएगा। पेश किए गए पहले सेट से करीब 500 अतिरिक्‍त यात्री सफर कर सकेंगे।

39 ट्रेनों में 78 कोच जुड़ेगे

डीएमआरसी ने रेड लाइन पर कोचों की संख्‍या बढ़ा दी है। दिल्‍ली मेट्रो के इस रूट पर 39 ट्रेनों में कुल 78 कोच जोड़े जाने की योजना है। यह सभी कोच मेसर्स भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) से खरीदे गए हैं। डीएमआरसी ने बताया कि इससे मेट्रो से सफर करने वालो का सफर आसान हो जाएगा।

यहां हर दिन 4.7 लाख से अधिक यात्री करते हैं सफर

DMRC के अनुसार, यह दिल्‍ली मेट्रो के सबसे पुरान रूट में से एक है, जहां पर दो अतिरिक्‍त कोचों की संख्‍या में इजाफा किया गया है। रेड लाइन 4 मौजूदा इंटरचेंज स्टेशन वेलकम, कश्मीरी गेट, इंद्रलोक और नेताजी सुभाष प्लेस से हर दिन 4.7 लाख यात्री सफर करते हैं। ऐसे में कोचों की संख्‍या बढ़ने से सफर के दौरान भीड़ कम होने में मदद मिलेगी।

2024 तक पूरा होगा काम

ये अतिरिक्त कोच रेड लाइन (लाइन -1) की वहन क्षमता को बढ़ाएंगे, जिसे वर्ष 2019 में गाजियाबाद में शहीद स्थल न्यू बस अड्डा तक बढ़ाया गया था और इसकी कुल लंबाई लगभग 34 किमी है। रेड लाइन पर 6-कोच वाली ट्रेनों को 8-कोच वाली ट्रेनों में बदलने का काम 2024 तक पूरा होने की संभावना है।

गौरतलब है कि पिछले साल, सभी 6-कोच वाली ट्रेनों को येलो लाइन (लाइन-2 यानी समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) और ब्लू लाइन (यानी लाइन-3/4 द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी और वैशाली) को 6-कोच वाली ट्रेनों के अपने शेष बेड़े में अतिरिक्त कोच जोड़कर सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

दिल्‍ली मेट्रो के पास कितनी ट्रेनें?

बता दें दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर पहली 6-कोच ट्रेन सर्विस वर्ष 2013 में रेड लाइन पर शुरू की गई थी। दिल्ली मेट्रो के पास वर्तमान में 336 ट्रेन सेट का बेड़ा है जिसमें 176 ट्रेनें शामिल हैं।