Coronavirus in India: कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। कोरोना की वजह से बाजार, नौकरियां और कारोबार बुरी तरह से बंद है। इस समय सबसे ज्यादा चिंता नौकरीपेशा लोगों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की है। कोरोना के चलते गरीबों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सरकार ने एहतियातन कई कदम उठाए हैं।

सरकार ने एलान किया है कि असंगठित क्षेत्र में आने वाले मजदूरों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे। लेबर वेलफेयर सेस के जरिए जुटाए गए पैसों से मजदूरों की आर्थिक मदद की जाएगी। श्रम और रोजगार मंत्राी संतोष गंगवार ने इसका एलान किया। बता दें कि लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशानी असंगठित क्षेत्र में दिहाड़ी मजदूरी को हो रही है।

असंगठित क्षेत्र में आने वाले बुनकरों, हथकरघा श्रमिकों, मछुआरों और मछलीपालन करने वालों, ताड़ी निकालने वालों आदि को इसका सीधा लाभ पहुंचेगा। गंगवार के मुताबिक इस फैसले से करीब 3.5 करोड़ मजदूरों को सीधा फायदा पहुंचेगा।

लेबर वेलफेयर सेस केंद्र की ओर से सभी राज्यों के श्रम कल्याण बोर्डों द्वारा बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर एक्ट 1996 के तहत वसूल किया जाता है। अभी सेस के रूप में सरकारी खजाने में 52000 करोड़ रुपये हैं। मंत्रालय ने इस फंड के इस्तेमाल के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है।

बता दें कि कंस्ट्रक्शन वर्कर एक्ट 1996 के तहत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का रजिस्ट्रेशन होता है। यह रजिस्ट्रेशन हर राज्य में कंस्ट्रक्शन वेलफेयर बोर्ड के जरिए होता है। इन बोर्ड्स में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का पंजीकरण किया जाता है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के 598 केस सामने आ चुके हैं और अबतक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं संक्रमण 25 राज्यों में पहुंचा चुका है। बुधवार को उज्जैन और मदुरै में एक-एक पॉजिटिव मरीज की मौत हुई।