आयुष्मान भारत योजना सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 1 अप्रैल, 2018 को पूरे भारत मे लागू किया गया था। 2018 के बजट सत्र इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना था। 3 साल बीतने के बाद भी आयुष्मान भारत योजना तय लक्ष्य को पूरा नहीं कर सकती है। इस योजना में करबी 53.7 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सुविधां देनी थी। लेकिन अभी तक केवल 22 करोड़ 10 लाख लााभार्थियों के ही आयुष्मान कार्ड बनें हैं।

ये राज्य नहीं हुए शामिल – केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और दिल्ली शामिल नहीं हुए हैं। जबकि आंध्र प्रदेश और राजस्थान में परिवार सदस्यों की जगह एक परिवाहर को एक कार्ड बना कर दिया जा रहा है। इस सब के बावजूद आयुष्मान भारत योजना अपने तय लक्ष्य से 50 फीसदी लोगों को लाभ पहुंचा रही है। वहीं आयुष्मान भारत योजना को लेकर पीएमओ में बैठक हुई थी। जिसमें राज्यों को जल्द कार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

इन राज्यों में बनें कम कार्ड – आबादी के हिसाब से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 5 करोड़ 75 लाख कार्ड बनने हैं। लेकिन यहां केवल 1 करोड़ 76 लाख कार्ड ही बने हैं। वहीं गोवा में 1 करोड़ 81 लाख कार्ड बनने है यहां केवल 22 हजार कार्ड ही बन पाए हैं। वहीं मणिपुर में 13 लाख 66 हजार कार्ड बनने है जहां केवल 3 लाख 89 हजार कार्ड ही बने हैं। वहीं बिहार में 5 करोड़ कार्ड बनने चाहिए। लेकिन यहां 72 लाख कार्ड ही बने हैं।

योजना में हर साल 5 लाख तक फ्री इलाज – आयुष्मान भारत योजना में आयुष्मान कार्ड बनवाकर सरकारी या निजि अस्पताल में हर साल परिवार 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज करवा सकता है। कोरोना महामारी में बहुत से लोगों को आयुष्मान कार्ड के जरिए स्वास्थ्य सुविधााएं मिली थी। सरकारी आंकडों के अनुसार देश में अभी तक 2 लाख 61 हजार लोग आयुष्मान कार्ड से इलाज करवा चुके हैं। वहीं नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अधिकारी ने बताया कि ऐसा नहीं है कि इस योजना में इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड होना जरूरी है। जब इलाज की जरूरत होगी, तो उसी समय अस्पताल में कार्ड बन जाता है।

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कैसे बनवाएं आयुष्मान कार्ड – सबसे पहले आयुष्मान भारत की वेबसाइ पर विजिट करें। वेबसाइट में विजिट करने के बाद आपको होम पेज पर लॉगिन का ऑप्शन नजर आएगा। उस ऑप्शन पर ईमेल आईडी और पासवर्ड डालकर साइन इन के बटन पर क्लिक करके साइन इन कर लें। साइन करने के बाद आधार कार्ड का नंबर डालें। इसके अलावा लाभार्थियों को ई कार्ड बनवाने के लिए उन्हें कॉमन सर्विस सेंटर जाएं। वहां एक कागज पर डिटेल लिखकर दे दें। जिसके बाद भारतीय डाक के द्वारा आपके पते पर कार्ड आ जाएगा।