अचानक से कैश की जरूरत पड़ गई, पर समझ नहीं आ रहा कि पैसों का बंदोबस्त कहां से करें? इस स्थिति में बीमा पॉलिसी पर मिलने वाला लोन लिया जा सकता है। मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो अचानक से आई रुपयों की जरूरत पर बीमा पर मिलने वाले ऋण को लिया जा सकता है। ये लोन Axis Bank, Punjab National Bank, Kotak Mahindra Bank और United Bank आदि बैकों से लिया जा सकता है। जानिए विस्तार से इसी के बारे में:

क्या है बीमा पर मिलने वाला लोन?: यह सिक्योरर्ड लोन प्रोडक्ट है, जो कि बीमा मुहैया कराने वाली कंपनी देती है। हालांकि, इस प्रकार का लोन केवल पारंपरिक नॉन एंडॉउमेंट प्लान्स पर ही मिलता है। यानी यह टर्म पॉलिसी या फिर यूनिट लिंक्ड प्लान्स पर उपलब्ध नहीं है। लोन देने वाली कंपनी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू का मूल्यांकन करती है और उसी पर लोन देती है, पर लोन तभी मिलता है जब प्रीमियम कम से कम तीन साल तक चुकाया गया हो। अधिकतर बैंक इस तरह का लोन अपनी बीमा पॉलिसी में ‘लोन अगेंस्ट सिक्योरिटी स्कीम्स’ के तहत मुहैया कराते हैं।

इतना मिल सकता है ऋण: लोन के रूप में मिलने वाली रकम बीमा प्लान की सरेंडर वैल्यू (लोन के लिए आवेदन देते वक्त) पर निर्भर करती है। आमतौर पर बैंक पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू की 60 से 90 प्रतिशत तक की रकम को लोन के तौर पर देते हैं। ज्यादातर मामलों में लोन प्रोसेसिंग काफी जल्द हो जाती है, क्योंकि बैंक कागजी कार्रवाई पूरी होने पर लोन के लिए आवेदन देने वाले दिन ही रकम जारी कर देते हैं।

कौन से बैंक पर क्या है लोन की ब्याज दर?:

बीमा पॉलिसी पर मिलने वाले लोन पर लगने वाला ब्याज अलग-अलग बैंकों के हिसाब से होता है। 14 सितंबर, 2019 तक के डेटा के मुताबिक, इन बैंकों की बीमा पॉलिसी पर मिलने वाले लोन पर ये ब्याज दर ली जाती हैः

एक्सिस बैंक – 10.5 से 12.75
पीएनबी – 9.3
कोटक महिंद्रा बैंक – 9.25 से 13
यूनाइटेड बैंक – 10.35

फायदे भी जान लीजिएः BankBazaar.com के सीईओ अधील शेट्टी के अनुसार, “इस तरह के लोन सिक्योर्ड श्रेणी के तहत आते हैं। ऐसे में बैंक लोगों के सिबिल स्कोर पर अधिक ध्यान नहीं देते। मतलब किसी का क्रेडिट स्कोर कम है या फिर पूर्व में कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तब उसके लिए बीमा पर मिलने वाला लोन उसके लिए लाभदायक साबित होगा। अन्य लाभ यह है कि दूसरे अनसिक्योर्ड लोन्स के विकल्पों की तुलना में इस पर कम ब्याज लगता है।”