यूपी में एक और एक्सप्रेस वे को लेकर काम जल्दी ही शुरू होने जा रहा है। आगरा से अलीगढ़ के बीच बनने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस वे रूट का सर्वे शुरू कर दिया गया है। खंदौली-अलीगढ़ के बीच सभी जरूरी एनओसी भी मिल गई है। जानकारी के अनुसार जून में इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे में 3 फ्लाईओवर, 1 रेलवे ओवरब्रिज, 32 अंडरपास और 14 पुल बनाने का प्रस्ताव है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा आगरा-हाथरस-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे को स्वीकृति मिल गई है। 64.90 किमी बनने वाले इस एक्सप्रेस वे को लेकर NH प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजय वर्मा ने बताया कि ये एक्सप्रेस वे फोर लेन होगी। इसकी लागत 1536.9 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस एक्सप्रेस वे दो चरणों में बनाया जाएगा। पहले फेज के तहत एनएच 509 से 28 किमी लंबा हाथरस के असरोई गांव तक बनेगा। जिसका बजट 716 करोड़ रुपये हैं।
एक्सप्रेस वे बनने से लोगों को मिलेगी दोगुनी रफ्तार
एक्सप्रेस वे के दूसरे चरण की लंबाई 36.9 किमी है। जो हाथरस के असरोई गांव से खंदौली स्थित यमुना एक्सप्रेस वे टोल प्लाजा तक बनाया जाएगा। दूसरे चरण के निर्माण कार्य की लागत 820,4 करोड़ रुपये है । जिसका काम जेएसपी प्रोजेक्ट लिमिटेड गाजियाबाद कर रही है। जबकि पहले चरण का टेंडर केआरसी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड फरीदाबाद कर रही है।
इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से जहां क्षेत्र के लोगों को डबल रफ्तार मिलेगी। एक तरफ वो कम समय में ही ज्यादा दूरी तय करेंगे वहीं लोगों को आर्थिक भी लाभ मिलेगा। 65 किमी लंबे सफर को पूरा करने में केवल एक घंटे का समय लगेगा जो अभी दो घंटा लगा है। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य साल 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ये एक्सप्रेस वे बिना हरियाली से छेड़छाड़ किए बनाया जाएगा। जिसके पर्यावरण के नजरिए से भी ठीक है।