Aadhaar Card: आधार कार्ड की इलेक्ट्रॉनिक/सॉफ्ट कॉपी को e-Aadhaar भी कहा जाता है। यह आधार की फिजिकल कॉपी के बराबर मान्य होता है। चूंकि, सुरक्षा के लिहाज से यह पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है और इसे खोलने के लिए खास किस्म के कोड की जरूरत पड़ती है। यही वजह है कि कई बार लोग इसे डाउनलोड तो कर लेते हैं, पर इसकी पीडीएफ फाइल खोल नहीं पाते। वे जैसे ही इसे ओपन करते हैं, स्क्रीन पर पासवर्ड मांगा जाने लगता है।

Aadhaar Act के अनुसार, ई-आधार सभी कामों के लिए फिजिकल कॉपी की तरह ही मान्य होता है। यह दो तरीकों से डाउनलोड किया जा सकता है। पहला- एनरॉलमेंट नंबर के जरिए। इस प्रोसेस में नाम, पिन कोड के साथ 28 डिजिट वाले इस नंबर का प्रयोग करना पड़ता है। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बाद में ओटीपी भेजा जाता है, जिसके जरिए ई-आधार जारी होता है। वहीं, mAadhaar ऐप के जरिए टीओटीपी भी जारी किया जा सकता है।

दूसरा तरीका इसे डाउनलोड करने का आधार नंबर से जुड़ा है। यूजर इस प्रक्रिया में नाम, पिन कोड के साथ 12 अंकों वाली आधार संख्या के जरिए ओटीपी हासिल कर सकते हैं। वे इसके अलावा इसे डाउनलोड करने के लिए टीओटीपी को भी सहारा बना सकते हैं। बता दें कि टीओटीपी mAadhaar मोबाइल ऐप से जेनरेट किया जा सकता है।

कहां से e-Aadhaar होगा डाउनलोड?: UIDAI की इन वेबसाइट्स से ई-आधार डाउनलोड किया जा सकता हैः

https://uidai.gov.in/
https://eaadhaar.uidai.gov.in

Mask Aadhaar को भी जानें: मास्क आधार का विकल्प किसी भी आधार कार्ड धारक को अपने ई-आधार पर एक किस्म का मास्क लगाने का विकल्प देता है। यानी एक तरह से इसमें आधार नंबर पर मास्क या फिर परत चढ़ी होती है और इसमें आधार संख्या के गलत इस्तेमाल होने की कम ही आशंका रहती है। दरअसल, मास्क आधार में शुरुआत आठ डिजिट नहीं नजर आती हैं, जबकि शेष चार अंक ही दिखते हैं।