दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ पर ट्रैक्टर पलटने से उसमें सवार एक किसान की मौत हो गई। घटना के बाद सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि किसान बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर था। घटना के बाद साथी किसानों ने उके मृत शरीर को तिरंगे में लपेटकर आईटीओ क्रासिंग पर रख दिया। उसकरे शव को पोस्टमार्टम के लिए भी नहीं ले जाने दिया। इस दौरान किसान मीडिया कर्मियों के खिलाफ भी हमलावर दिखे।
मृतक किसान का नाम नवनीत सिंह है। नवनीत यूपी के रामपुर जिले के डिबदीबा गांव का है। यह उत्तराखंड की बाजपुर सीमा से लगा हुआ है। उसकी हाल ही में शादी हुई थी। पुलिस ने बताया कि परेड में शामिल व्यक्ति ट्रैक्टर चला रहा था और ट्रैक्टर पलटने पर वह उसके नीचे दब गया। पुलिस ने बताया कि उसकी मौत के बाद साथी किसानों ने काफी हंगामा किया। उन्होंने बताया कि वह पूर्व निर्धारित मार्ग को छोड़कर गाजीपुर बॉर्डर के रास्ते दाखिल हुए प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आया था।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी किसानों की राष्ट्रीय राजधानी के कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प हुई और सैकड़ों किसान पूर्व निर्धारित मार्ग से हटकर लाल किले के परिसर और आईटीओ पहुंच गए। कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए सुरक्षा कर्मियों को उन पर लाठी चार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
आईटीओ पर उस समय अराजकता का माहौल देखने को मिला जब डंडो से लैस सैकड़ों प्रदर्शनकारी पुलिस कर्मियों को दौड़ाते नजर आए और वहां पुलिस द्वारा खड़ी की गई बसों को ट्रैक्टर से धकेलते दिखे। लाल किले पर भी अराजकता का नजारा दिखा। वहां किसानों ने अपना झंडा भी फहरा दिया।
इधर दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘ट्रैक्टर परेड’ के लिए जिन शर्तों पर पहले बनी सहमति बनी थी, उनका उल्लंघन किया। उन्होंने हिंसा और तोड़फोड़ की, जिसमें कम से कम 86 पुलिसकर्मी घायल हो गए। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान झड़पें देखने को मिली। किसानों ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह परेड निकाली थी, जिसके लिए दिल्ली पुलिस ने कुछ मार्ग निर्धारित किए थे। (एजेंसी इनपुट)