कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की नई किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस किताब पर बीजेपी के नेता कांग्रेस को घेर रहे हैं। इसी मुद्दे पर जी न्यूज़ चैनल पर डिबेट के दौरान एंकर ने कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज से सवाल पूछा । 

एंकर ने पूछा- जो कश्मीरी पंडितों को अपना घर-बार छोड़कर आना पड़ा तो वह क्या था? सैफुद्दीन ने जवाब द‍िया- यह आपका एकतरफा प्रोपैगंडा है। इस जवाब पर एंकर भड़क गईं। उन्होंने कहा कि आपको कश्मीरी पंडितों का अपना घर-बार छोड़कर कहीं और चले जाना एकतरफा प्रोपैगंडा लगता है। 

कांग्रेस के नेता ने कहा- कश्मीरी पंडितों का पलायन जगमोहन मल्होत्रा ने कराया था। इन सबका सबूत दिया जा सकता है क्योंकि सारी बातें किताबों में लिखी हुई हैं। डिबेट में मौजूद बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इसे आपत्तिजनक बयान बताते हुए कहा कि इनकी सरकार के होते हुए यह सब कुछ हुआ पर इन्होंने कुछ नहीं किया।

एंकर ने कांग्रेस नेता से कहा, तथ्यों का गला मत घोंटिये। पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से कश्मीरी पंडितों को भगाया गया। जिन लोगों को घरों से निकाल दिया गया उस मामले को प्रोपैगंडा बताकर रफा-दफा मत करिए। बीजेपी प्रवक्ता ने दावा किया कि उस समय मस्जिदों से ऐलान किया गया था कि अपनी बहू-बेटियों को छोड़कर यहां से चले जाओ। 

बीजेपी प्रवक्ता ने सैफुद्दीन से पूछा, आपकी 10 साल सरकार रही आपने कश्मीरी पंडितों के लिए क्या किया? इस पर सैफुद्दीन ने कहा, आप उन मस्जिदों की शिनाख्त कीजिए। जहां पर इस तरह के ऐलान किए गए थे। इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि बस आप एक बार यह बता दीजिए कि बुरहान वानी आतंकवादी था या नहीं? इस सवाल का जवाब न देते हुए सैफुद्दीन ने कहा मैं इस समय केवल कश्मीरी पंडितों पर बात कर रहा हूं।

घाटी में स्थायी वापसी पर बंटे हुए हैं कश्मीरी पंडित

गौरतलब है कि 1990 के दशक में लाखों की संख्या में कश्मीरी पंडितों ने अपना राज्य छोड़कर दूसरे राज्यों का रुख कर लिया था। इस घटना को लेकर कई कड़वी कहानियां हैं। बता दें कि जगमोहन मल्होत्रा जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। 1984 में पहली बार जगमोहन को राज्यपाल बनाकर कांग्रेस ने भेजा था। वह वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे।