पूरे देश में लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर बवाल मचा हुआ है। मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने की मांग को लेकर कई जगहों पर लोग मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा बजा रहे हैं तो कुछ हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। वहीं अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी लाउडस्पीकर को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ‘अपनी-अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को पूजा-उपासना करने की स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है लेकिन यह सुनिश्चित भी किया जाए कि माइक की आवाज परिसर से बाहर नहीं आनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति ना दी जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि ‘किसी भी तरह की रैली, शोभायात्रा निकालने से पहले परमिशन लेना अनिवार्य है।’ सीएम योगी के इस आदेश का कुछ लोग तारीफ कर रहे हैं तो कुछ लोग इसको गलत बता रहे हैं। आइये जानते हैं लोग सीएम के इस आदेश पर क्या प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
हरजीत कौर नाम की यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि ‘सच में बहुत बड़ा ऐतिहासिक फैसला है। इससे पहले कोई भी सरकार इतना साहसी फैसला नही ले पाई थी। यूपी की जनता धन्य हो गई।’ सद्दाम रजा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बड़ा फैसला तब होता जब ये कहते कि किसी भी धार्मिक जुलूस में हथियार, तलवार, चाकू, लाठी, डंडे, पिस्टल इत्यादि पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाता है। धार्मिक जुलूस में किसी भी प्रकार के हिंसक नारे या गाने नहीं लगाए या गाए जाएंगे। शांति से जुलूस निकालो बस।’
नेहा नाम की यूजर ने लिखा कि ‘हम स्वागत करते हैं दोनों फैसलों का, इस देश को प्रेम शांति से रखने के लिए ये लगाम बहुत जरूरी है।’ अरविंद विश्वकर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुछ दिनों में इन्ही के लोग इनके फैसले की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आयेंगे और योगी जी कुछ कर नहीं पायेंगे। जब खुलेआम बलात्कार की धमकी दी जा रही थी तब तो इन्होंने कुछ किया नहीं।’
जीतेंद्र गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सही फैसला है योगी सरकार का। पूरे देश में धार्मिक जुलूस पर केंद्र सरकार को रोक लगा देनी चाहिए।’ सौम्या नाम की यूजर ने लिखा कि ‘ये आदेश पहले से नहीं है? कोई भी यात्रा निकलती है तो प्रशासन से अनुमति तो लेनी ही पड़ती है। प्रशासन उसका रूट तय करता है और बाकी के इंतजाम भी देखता ही है। कहीं ये इशारा बजरंग दल के लिए तो नहीं है।’