भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) इस वक्त राजस्थान में चल रही है। जल्द ही इस यात्रा को शुरू हुए 100 दिन पूरे होने वाले है। 12 दिसंबर को इस यात्रा में बड़ी संख्या में महिलायें दिखीं थीं। उस वक्त यात्रा में राजस्थान के बांरा जिले की भी महिलायें शामिल होने के लिए पहुंची थी। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें बस से यात्रा में शामिल होने के लिए लाया गया और वापस जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। वह भूखी-प्यासी सड़कों पर भटकती रहीं।

केंद्रीय मंत्री ने शेयर किया वीडियो

गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि भारत जोड़ो यात्रा, गरीब सताओ यात्रा है। यात्रा में भीड़ बड़ाने के लिए इन बहनों को बुला तो लिया, लेकिन बाद में भूखे – प्यासे बेसहारा छोड़ दिया गया। ऐसा वही कर सकता है जिसके लिए आम – गरीब जनता खुद का और अपनी सरकार का अस्तित्व बचाने का जरिया मात्र हो। वीडियो में महिलाएं कह रही हैं कि सरकारी बस से उन्हें रैली में शामिल कराने लाया गया था। महिलाओं ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाओं को लाया गया था और अब उनके जाने का इंतजाम नहीं है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@srajpurohit2600 यूजर ने लिखा कि यह यात्रा आम जनता के लिए थोड़ी है, यह यात्रा सिर्फ अपने परिवार के लिए है। इन बहनों को इतनी ठंडी में बेसहारा छोड़ दिया और खुद AC गाड़ियों में आराम कर रहे हैं। @MangilalpalPal1 यूजर ने लिखा कि 20 बस भरकर राजस्थान से लाई गई भारत जोड़ो यात्रा में महिलाएं और पुरुष। इनको ना पानी के लिए पूछा गया और ना ही खाने के लिए…बेचारे भूखे प्यासे मर रहे हैं।

@gulabpatel0 यूजर ने लिखा कि अब इन महिलाओं से क्या मतलब कांग्रेस पार्टी को? आम जनता के पैसों से भाई-बहन और नेताओं के लिए तो शानदार व्यवस्था कर दी। महिलाओं को गांवों से लाकर रात्रि में सड़क पर छोड़ दिया। थोड़ी तो शर्म कर लो। @RajGarh35593277 यूजर ने लिखा कि यात्रा में चुनिंदा लोग ही शामिल होते हैं, ऐसे में भीड़ बढ़ने की जरूरत ही नहीं है। एक यूजर ने लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों को बाहर से बुलाया गया, ये समझ में आता है लेकिन उन्हें छोड़ने के लिए व्यवस्था तो करनी चाहिए थी ना।

बता दें कि 12 दिसंबर को यात्रा में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ केवल महिलाएं चल रही थीं। इसे ‘नारी शक्ति पदयात्रा’ नाम दिया गया था। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और उनकी बेटी मिराया भी यात्रा में शामिल हुई थीं। इतना ही नहीं, आस पास की महिलायें भी इस यात्रा में शामिल होने पहुंची थीं। इसी यात्रा में शामिल कई महिलाओं ने यह आरोप लगाया है कि उन्हें लाने के लिए तो सरकारी बसें लगाई गईं थी लेकिन वापस जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई।