पुडुचेरी सरकार ने घोषणा की है कि सरकारी कार्यालयों में काम करने वाली महिलाएं अब शुक्रवार को सुबह 11 बजे काम पर आ सकती हैं। पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि उन महिलाओं को यह छूट नहीं दी जाएगी जो आवश्यक सेवाओं का हिस्सा हैं और सार्वजनिक सेवाओं जैसे स्कूल, पुलिस स्टेशन, अस्पताल आदि से सीधे जुड़ी हुई हैं।
पुडुचेरी सीएम ने किया ऐलान
पुडुचेरी सीएम रंगासामी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य महिलाओं को शुक्रवार को अपने घरेलू काम करने के लिए अधिक समय देना है। वहीं, उपराज्यपाल के कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पहल का उद्देश्य “महिलाओं को शुक्रवार की पूजा करने के लिए समर्थन देना” था।
पूजा पाठ और घरेलू काम करने के लिए मिलेगी छूट
महिलाओं को छूट सुबह 8.45 बजे से 10.45 बजे तक के लिए रहेगी और यह छूट सप्ताह में केवल तीन शुक्रवार को ही मिलेगी। जिन जगहों पर सिर्फ महिलाएं काम करती हैं, वहां बारी-बारी से भी छुट्टी की अनुमति दी जा सकती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवा निदेशालय, पुडुचेरी द्वारा 2030 तक डॉग-मेडिएटेड रेबीज एलिमिनेशन (SAPRE) के लिए राज्य कार्य योजना के विकास पर दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर यह घोषणा की गई।
एलजी सुंदरराजन ने कही ये बात
एलजी सुंदरराजन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान उन्होंने महिलाओं को काम पर दो घंटे की रियायत देने की मांग रखी थी और शुक्रवार को इस पर सहमति हो गई। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा, वह अब और अधिक प्रोत्साहन के साथ काम करेंगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि पुडुचेरी की महिलाओं को बस से यात्रा करने पर कोई किराया नहीं देना होगा। यह सुविधा पूरे राज्य की महिलाओं को मिलेगी। वे बिना किराया दिए पूरे पुडुचेरी में यात्रा कर पाएंगी। वहीं पुडुचेरी की सरकार विधवा महिलाओं को एक हजार रुपए की वित्तीय सहायता देती थी। जिससमें 2 हजार रुपए की वृद्धि कर यह राशि तीन हजार करने का ऐलान भी पुडुचेरी के सीएम ने विधानसभा में किया था।