मछली खाना कई लोगों को पसंद होगा, कई तो इसे बड़े ही चाव से खाते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि मछली खाने से भी आपकी जान जा सकती है या आप अपने हाथ या पैर गंवा सकते हैं। एक ऐसा ही मामला अमेरिका से सामने आया है, जहां मछली खाने के बाद एक महिला की जान बचाने के लिए उसके हाथ और पैर काटने पड़ गए।

जानकारी के अनुसार, कैलिफोर्निया के सैन जोस की रहने वाली 40 साल की लौरा बाराजस ने जब अधपकी तिलापिया मछली खाई तो उनकी जान पर बन आई। बाराजस की हालत खराब हो गई, उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा और अंत में उसके दोनों हाथ और दोनों पैर काटने पड़े। बाराजस की एक दोस्त अन्ना मेसिना ने बताया कि ये बहुत ही खतरनाक स्थिति थी।

बताया गया कि महिला ने पास के ही बाजार से मछली खरीदी थी और घर पर ही उसे पकाई थी। खाने के बाद उसकी हालत खराब होने लगी, जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो पता चला कि महिला विब्रियो वल्निकस से संक्रमित थी। डॉक्टर ने उसे दवा देकर कोमा में भेज दिया। इसके बाद जान बचाने के लिए उसके दोनों हाथ पैर काटने पड़ गए। करीब एक महीने तक वह अस्पताल में भर्ती रही।

बराजस की दोस्त मेसिना ने बताया कि विब्रियो वल्निकस एक जीवाणु संक्रमण है, जिसके बारे में यूएस सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) भी चेतावनी जारी करता रहता है। सीडीसी के मुताबिक, हर साल इस संक्रमण के लगभग 150-200 केस आते हैं और संक्रमित पांच में से एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। कभी कभी इस सक्रमण से एक ही दिन में व्यक्ति की मौत हो जाती है। विब्रियो वल्निकस एक बैक्टीरिया है जो मैक्सिको की खाड़ी के गर्म पानी में पनपता है।

विब्रियो वल्निकस संक्रमण के लक्षणों में पानी जैसा दस्त, पेट में ऐंठन, उल्टी और बुखार शामिल हैं। संक्रमण के कारण घाव और उसमें लालिमा, दर्द, सूजन, गर्मी लगने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। सीडीसी के अनुसार, विब्रियो वल्निकस संक्रमण होने का सबसे आम कारण अधपकी या कच्ची सीप और शंख खाने से होता है। इससे बचने के लोगों को कच्ची या अधपकी सीप या शंख ना खाने की सलाह दी जाती है।