तीन तलाक बिल पर गुरुवार (27 दिसंबर) को एक टीवी डिबेट में दिल्ली निवासी तलाक पीड़िता शाजिया का दर्द छलक उठा। पैनल में शामिल मौलाना से वह बोलीं, “मेरे चार बच्चे हैं। पांचवां पेट में है। फिर भी पति ने तलाक देकर घर से बाहर कर दिया।” ये बातें सुनकर मौलाना के हाव-भाव देखने लायक थे। वह बोले- इन चीजों से निपटने के लिए पहले से कानून हैं। बता दें कि लोकसभा में यह बिल दो बार हुए हो-हल्ले के बाद जाकर पारित हुआ।

‘आज तक’ पर शाम को इसी मुद्दे पर हल्ला बोल कार्यक्रम में बहस हो रही थी। पैनल में टीवी एंकर रोहित सरदाना के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, कांग्रेस सांसद अमी याज्ञनिक, आईसीआई के अध्यक्ष मकसूद हसन, एआईपीडब्ल्यूए की महासचिव ताहिरा हसन और तीन तलाक पीड़िता शाजिया मौजूद थीं।

डिबेट में एक पल ऐसा आया जब शाजिया ने मकसूद हसन से कड़े लफ्जों में पूछा, “मौलाना साहब, पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी थाने में मेरी ओर से मामला दर्ज कराया गया है। चार बच्चे हैं, पांचवां पेट में है और वह (पति) कह रहा है कि तलाक दूंगा अब आप क्या करेंगे, ये कानून पहले कहां थे?” जवाब आया, “हमारे यहां पहले से यह कानून है। घरेलू हिंसा के प्रावधानों के जरिए इन चीजों से निपटा जाता है। दो-चार या मुट्ठी भर महिलाएं देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकतीं।”

एंकर ने इसी बात पर मौलाना को घेरा। उन्होंने कहा कि आप बगल में पीड़िताओं को ‘प्रेरित’ बताकर उन्हें अपमानित कर रहे हैं। वहीं, पीड़िता भी बोलीं कि यही इन लोगों की सोच है। सुनें आगे डिबेट में क्या हुआ-

देखें आगे क्या बोलीं पीड़िताः