यूपी विधानसभा सत्र में पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई। अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर हमला बोला, मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री पर तीखा तंज कसा है। अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य सुविधाओं की लचर हालात को लेकर सरकार पर तीखा प्रहार किया है। अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देने के लिए खुद सीएम योगी विधानसभा में खड़े हुए।

अखिलेश यादव को सीएम योगी का जवाब

विधानसभा में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और प्रतिपक्ष के सबसे बड़े दल के नेता भी हैं। मैं उनसे आग्रह करूंगा कि उन्हें सच बोलने की आदत डालनी चाहिए। मैंने कल भी कहा था कि समाजवादी और सच नदी के दो कोने होते हैं, ये कभी साथ नहीं आ सकते। उन्हें इस सत्य को स्वीकार करना चाहिए कि जो भी कुछ विकृत थी, ये तो विरासत में हमें मिली थी हम उसे सुधार रहे हैं।

अखिलेश यादव पर सीएम योगी ने किया कटाक्ष

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव अपने किए पर जब पर टिप्पणी करते हैं तो स्वयं को कटघरे में खड़ा करते हैं। उन्हें इस बात पर अफसोस होता है कि उत्तर प्रदेश में हर घर नल की योजना क्यों चालू हो रही है क्योंकि वो ये नहीं कर पाए थे लेकिन डबल इंजन की सरकार प्रदेश में हर घर नल और जल देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस पर कार्रवाई कर रही है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सीएम योगी के इस बयान पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। @ARajesh_SP यूजर ने लिखा कि “बाबाजी और झूठ दोनों रेलवे की दो पटरियों जैसे दोनों एक साथ चलते हैं।” @ImranSiddiqui77 नाम के यूजर ने लिखा कि नहीं-नहीं योगी जी यह गलत बात है, उदाहरण समाजवादी के साथ नहीं बैठ रहा है। झूठ पर पीएचडी आपके बड़े साहब ने कर रखी है, ये पूरा देश जानता है।

सीएम योगी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूजर ने लिखा कि अगर यही बात आपकी पार्टी के लिए कही जाए तो शायद आज के समय में सही साबित होगी। @Atulkumarseth2 यूजर ने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी और झूठ यह एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जो साथ-साथ चलते हैं। @VijayAmbedkarUP यूजर ने लिखा कि कितना अच्छा कार्य हो रहा है वह तो जनता जानती है, आपके भाषणों से विकास नहीं होगा। इससे शोषण, अत्याचार नहीं रुकेगा। वास्तव में उत्तर प्रदेश बहुत ही बुरी परिस्थितियों से गुजर रहा है।

बता दें कि अखिलेश यादव ने विधानसभा में स्वास्थय सुविधाओं को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि हमारे उपमुख्यमंत्री जहां जाते हैं छापा मारते हैं और फिर कहते हैं कि हम शर्मिंदा हैं। यहां क्या छापा मारने के लिए आए हैं? बिना किसी का नाम लिए अखिलेश यादव ने विधानसभा में कहा कि अरे छापा मंत्री बनोगे या कुछ कार्रवाई भी करोगे?