यूपी विधानसभा चुनाव के बीच उन्नाव जिला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यहां एक आश्रम के पास जमीन के नीचे दफन की गई एक दलित लड़की की लाश मिली। लड़की दो महीने पहले गायब हुई थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि सपा सरकार में मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह के बेटे रजोलसिंह ने लड़की का अपहरण किया था। अपहरण किए जाने के बाद लड़की की मां ने 8 दिसंबर 2021 को उन्नाव में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी और कार्रवाई ना होने पर 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे कूदकर मदद मांगने की कोशिश की थी।
अब बच्ची के मृत शरीर मिलने सपा के अध्यक्ष पर बीजेपी सवाल खड़ा कर रही है। उन्नाव की घटना को लेकर जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से सवाल पूछा कि यूपी पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की और आरोपी को पकड़ने में इतना वक्त क्यों लग गया? इस पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहले ना सुनवाई होती थी और ना ही कार्रवाई!
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अखिलेश यादव इस लायक नहीं है कि कार्रवाई कर सके लेकिन सुनवाई तो कर सकते थे। एक गरीब मां अखिलेश यादव से मिलने आई थी, मदद मांगने गई थी, एक मिनट सुन लिया होता, अपने नेता को फोन करके कहा होता कि लड़की छोड़ दो तो बच्ची बच जाती।
अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो नेता आज सुनने को तैयार नहीं, वो कल क्या सुनेगा। उन्होंने ना जिम्मेदारी पहले कभी निभाई और ना आज निभायेगे। ना पुत्र की जिम्मेदारी निभाई, ना ही परिवार की, न मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाई और नैतिक जिम्मेदारी तो दूर की बात है।
बता दें कि मामला बढ़ता देख पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। जो सपा सरकार में (2012-17) मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह के पुत्र हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले पर कहा है कि ‘जिस शख्स को समाजवादी पार्टी का नेता बता रहे हैं, उसकी चार साल पहले मौत हो गई है। अब पुलिस को ये बताना चाहिए कि उसे मामले में कार्रवाई में इतना वक्त क्यों लगा? हम पीड़ित परिजनों के साथ हैं और उनकी मांगें मानी जानी चाहिए।