नेशनल हेराल्ड केस की जांच कर रही ED ने 3 अगस्त को यंग इंडियन का दफ्तर सील कर दिया। जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि आतंकियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है। इसी विषय पर चल रही एक टीवी डिबेट दौरान बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया तो कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने पलटवार किया।
बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर किया कटाक्ष
‘न्यूज़ 24’ समाचार चैनल के एक कार्यक्रम में हो रही चर्चा के दौरान प्रेम शुक्ला ने कहा, ‘राहुल गांधी को यह बार-बार कहना क्यों पड़ रहा है कि वह किसी के सवालों से नहीं डरते हैं, कौन उन्हें कह रहा है कि वह डरपोक हैं। भारतीय जनता पार्टी के किसी प्रवक्ता की तरफ से भी नहीं कहा गया है कि राहुल गांधी डरपोक हैं।’ उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष कर कहा कि जैसे बच्चे कहते हैं कि उन्हें अंधेरे में डर नहीं लगता, उसी तरह राहुल गांधी भी कह रहे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता बोले – राहुल गांधी के घर पर BJP ने नहीं भेजा था पुलिस बल
डिबेट के दौरान एंकर ने भाजपा प्रवक्ता से सवाल किया कि राहुल गांधी के घर के बाहर पुलिस बल क्यों भेजा गया था? जिसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने उनके घर पुलिस बल नहीं भेजा था, कांग्रेस वालों ने पुलिस कमिश्नर से बात की। उनसे पता चल जाएगा कि राहुल गांधी के घर पुलिस क्यों भेजी गई थी।’ बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि अभी तक रण क्यों नहीं कर रहे थे, भीख मांग रहे थे क्या?
कांग्रेस प्रवक्ता ने यूं किया पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता पर पलटवार कर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि बीजेपी में बिना पढ़े लिखे लोगों की एक बड़ी जमात आ गई है। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे खिलाफ जिस तरह से सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है, तो क्या हम सड़कों पर नहीं आएंगे। इमरजेंसी का जिक्र कर उन्होंने कहा कि हमें उससे भी ज्यादा बदतर हालात में ले जाया जा रहा है।
लोगों के रिएक्शन
गोपाल नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि संविधान पर भरोसा रखने वाले राहुल गांधी बार-बार सरकारी एजेंसियों पर सवाल क्यों उठा रहे हैं, अगर वह सही है तो जांच होने दें। कृष्ण कांत शुक्ला नाम के एक यूजर ने कांग्रेस पर कटाक्ष कर लिखा, ‘ जिनकी दादी मां ने आपातकाल लगाया था, वह आज लोकतंत्र बचाने का ठेका लेने निकले हैं।’ सुनील यादव नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि अंग्रेजों की पैरवी करने वालों को बार-बार उनकी हद याद दिलाना जरूरी है।