पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में जबरदस्त हिंसा हुई है। अलग-अलग जगहों पर हुई हिंसा में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। 8 जुलाई को जैसे ही सुबह मतदान शुरू हुआ तो नादिया, मुर्शिदाबाद और मालदा जिले में हिंसा की खबर सामने आई। पहले ही से हिंसा का अंदेशा था, इसके बाद भी हुई हिंसा को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

प.बंगाल हिंसा पर भड़के त्रिपुरा सीएम

त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने तो ममता बनर्जी को त्रिपुरा से सीखने की सलाह दे दी है। माणिक साहा ने ट्वीट कर लिखा, “पश्चिम बंगाल से आ रही चौंकाने वाली खबरें दर्शाती हैं कि वहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के शासन में पंचायत चुनावों में टीएमसी के गुंडे लोगों को लोकतांत्रिक उत्सव में भाग लेने से रोक रहे हैं और हिंसा के माध्यम से तनावपूर्ण माहौल बना रहे हैं।”

‘ममता बनर्जी को त्रिपुरा से सीखना चाहिए’

उन्होंने आगे लिखा, “मैं टीएमसी गुंडों द्वारा की गई हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं और ममता जी को त्रिपुरा से सीखने के लिए आमंत्रित करता हूं कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कैसे कराए जाते हैं।” अन्य लोगों ने भी घटना की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर सवाल उठाये हैं।

भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा, “ममता सरकार में बंगाल में लोकतंत्र का हनन हो रहा है, इसके बावजूद ममता ग्राम पंचायत के चुनाव में हो रहे हिंसा के तांडव को रोक नहीं रही हैं। यह दुर्भाग्य की बात है। दूसरी ओर, कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल इस पर चुप हैं, यह इनके दोहरे चरित्र का प्रमाण है।”

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में वैसा ही कुछ हो रहा है जैसा 90 के दशक में बिहार में होता था, लोकतंत्र के इस पर्व को रक्तरंजित करने के जो निंदनीय कृत्य बंगाल की सरकार ने किए हैं, वो एक के बाद एक सामने आ रहे हैं, जिस प्रकार की हिंसा का सहारा बंगाल सरकार ले रही है वो लोकतंत्र को सीधे हिंसा के ज़रिए घायल करने का प्रयास है। परन्तु एक बड़ी बात ये है है कि इसमें किसी लिबरल को लोकतंत्र की हत्या नजर नहीं आ रही।”

नरेंद्र नाथ मिश्रा ने ट्वीट किया, “पूरे देश में अब पश्चिम बंगाल की ऐसा इलाका बच गया है जहां बिना बल-बम-बंदूक के चुनाव नहीं होता है। चुनावी हिंसा बंगाल के लिए एक धब्बा है।” गौरव सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव हो जाते हैं, देश में आम चुनाव खत्म हो जाता है और एक पत्ता तक नहीं हिलता है लेकिन बंगाल की हालत देखिए। पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहा है और जगह-जगह बम चल रहे हैं, खून खराबा और हिंसा हो रही है।