बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर चर्चा जोरों पर है। कश्मीरी पंडितों के विषय पर बनी यह फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। उसके बाद से ही इस फिल्म को लेकर कई तरह की चर्चा होने लगी। इसी मुद्दे पर एक टीवी चैनल पर डिबेट हो रही थी। जिसमें कांग्रेस नेता जहांजेब सिरवाल ने एंकर पर झूठ बोलने का आरोप लगाया तो वह भड़क गए।

‘टाइम्स नाउ नवभारत’ चैनल के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में हो रही इस डिबेट के दौरान एंकर ने कहा कि इस फिल्म से कांग्रेस को इतनी दिक्कत क्यों है? इस पर कांग्रेस नेता ने चिल्लाते हुए कहा कि आप झूठ दिखा रहे हैं। एंकर कांग्रेस नेता की बात पर भड़क गए। उन्होंने जवाब दिया कि कोई झूठ नहीं दिखा रहा हूं, आपके केवल फैक्ट पर बात करिए। कांग्रेस नेता ने एंकर से बी पी सिंह का जिक्र कर कहा कि आप हिम्मत करके उनका नाम ले लीजिए।

एंकर ने तीखे लहजे में जवाब दिया, ‘ आपको हिम्मत तब दिखानी चाहिए थी, जब राजीव गांधी को चिट्ठियां लिखी जा रही थी।’ इसी बीच फिल्ममेकर अशोक पंडित ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ केवल एक पिक्चर नहीं है, इसके जरिए बहुत कुछ बदलते देखा जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 1984 के सिखों के नरसंहार के लिए अभी तक माफी नहीं मांगी हैं। इस बीच कांग्रेस नेता फिल्ममेकर को टोकने लगे तो दोनों के बीच तीखी बहस होने लगी।

इस दौरान एंकर ने जम्मू कश्मीर के तत्कालीन गवर्नर और राजीव गांधी की एक चिट्ठी का जिक्र कर चिल्लाते हुए कहा कि यहां पर कांग्रेस पार्टी के नेता बैठकर सच और झूठ बता रहे हैं। कश्मीरी हिंदुओं के साथ जो कुछ भी हुआ, उसे दिखाया भी ना जाए। आप यहां पर बैठकर गिनाने में लगे हैं कि कितने हिंदू और कितने मुसलमानों का कत्ल हुआ है।

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया : प्रवीण नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया कि कांग्रेस वाले अपनी गलती मानने के बजाय दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हुए हैं। रिजवान नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि जब 1990 में जम्मू कश्मीर में इतनी संख्या में हिंदू मारे जा रहे थे तो बीजेपी क्या कर रही थी? अब इसको लेकर अपनी राजनीति चमकाने में लगी हुई है।