पैक्ड फूड आइटम पर केंद्र सरकार ने 5 % जीएसटी बढ़ा दी है। बढ़ती महंगाई के बीच सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने कई तरह के सवाल उठाए हैं। इसी विषय पर हो रही एक चर्चा के दौरान एंकर सुशांत सिन्हा बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा पर भड़क गए। उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि मिडिल क्लास पर मेरा मुंह मत खुलवाइए तो अच्छा होगा।
बीजेपी प्रवक्ता पर भड़के एंकर सुशांत सिन्हा
‘टाइम्स नाउ नवभारत’ समाचार चैनल के ‘राष्ट्रवाद’ कार्यक्रम में हो रही चर्चा के दौरान महंगाई के मुद्दे पर सुशांत सिन्हा ने बीजेपी प्रवक्ता से कहा, ‘मिडिल क्लास के लिए आपने क्या किया है, इस पर तो मुंह मत खुलवाइए तो अच्छा होगा। आप लोग गरीबों के लिए बहुत कुछ करके वहां से वोट ले लेते हैं, वह ठीक है।’ उन्होंने आगे चिल्लाते हुए कहा कि आप लोग मान कर चलते हैं, मिडिल क्लास जाएगा कहां। जैसे कुछ पार्टियां मुसलमानों को लेकर सोचती हैं।
मिडिल क्लास को क्या दिया है आपने?
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि इस देश में बंगलो में भी रहने वाले पत्रकार हैं लेकिन मैं मिडिल क्लास में ही आता हूं। इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता गरीबों की बात करने लगी तो एंकर ने बिफरते हुए पूछा, ‘आपने मिडिल क्लास वालों के लिए क्या किया है?’ इस दौरान संजू वर्मा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि गरीब महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर दिया गया। हम जो गरीबों को देते हैं, उस पर आप बात नहीं करेंगे।
एंकर और बीजेपी प्रवक्ता के बीच हुई तू – तू मैं – मैं
महंगाई के विषय पर ही जारी बहस के बीच बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आप मेरे साथ नहीं बल्कि अपर मिडिल क्लास में आते हैं। यहां पर बैठ कर जनता को बरगलाने का काम मत कीजिए। इस पर एंकर ने कहा कि क्या हमने अपर मिडिल क्लास में आ कर गलती कर दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम ना अमीर में आ रहे हैं और ना गरीब में, आपने हमें एक अलग ही कैटेगरी में रख दिया है। इस दौरान एंकर और बीजेपी प्रवक्ता के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
अंकुर नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि मिडिल क्लास वाले केवल स्ट्रा लगाकर टैक्स वसूलने के लिए हैं। दीपक नाम के एक यूजर ने लिखा – यह बहुत जरूरी प्रश्न उठाया गया है, मिडिल क्लास के लोग ही देश में सबसे ज्यादा टैक्स भरते हैं। जबकि सरकार की ज्यादातर योजनाएं उनके लिए काम में नहीं आती हैं। चेतन नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘इस सवाल का जवाब देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देना चाहिए।’