Indian Rail Parcel Service: हम अक्सर कई तरह के सामान को एक शहर से दूसरे शहर ले जाना चाहते हैं या उसे पार्सल के तौर पर भेजना चाहते हैं। लेकिन, कई बार दूरी अधिक होने के कारण उन चीजों को कार से ले जाना संभव नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में हम निजी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी की मदद लेते हैं।

ट्रेन के डब्बे में कुछ यूं लादे जाते हैं सामान

हालांकि, कई बार इसमें बहुत ज्यादा पैसे खर्च हो जाते हैं। ऐसे में कुछ लोग भारतीय रेलवे की पार्सल सुविधा का सहारा लेते हैं। भारतीय रेल की इस सुविधा से आप अपने सामान को बेहद कम कीमत पर ट्रेन की मदद से दूसरे शहर तक ले जा सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी देखा है कि आपके पार्सल ट्रेन में कैसे लादे जाते हैं?

अगर नहीं, तो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस चौंकाने वाले वीडियो को देखें और ट्रेन से महंगे इलेक्ट्रॉनिक व अन्य सामान भेजने से पहले जरूर सोचें।

इन स्टेशनों पर लोड की जाती है ट्रेन

आपने देखा होगा कि लंबी दूरी की ट्रेनों में पार्सल डिब्बे होते हैं। इसमें बाइक से लेकर छोटे पैकिंग आइटम तक सब कुछ लादे जाते हैं। ये पार्सल उन स्टेशनों पर लोड या अनलोड किए जाते हैं जहां ट्रेन अधिक देर तक रुकती है।

हालांकि, वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ट्रेन में इन सामानों को चढ़ाने और उतारने में बहुत ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है। कई लोग बड़े विश्वास के साथ टीवी, फ्रिज, बाइक जैसी कई महंगी चीजें ट्रेन से भेजते हैं। लेकिन, ट्रेन में पार्सल चढ़ाने या उतारने वाले कर्मचारी सचमुच इन सामान को कूड़े की तरह ट्रेन में फेंक देते हैं।

कूड़े की तरह फेंक रहे पैक्ड सामान

वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक ट्रेन किसी स्टेशन पर रुकी है और कुछ कर्मचारी गाड़ी में सामान लाद रहे हैं. वे पैक्ड सामान उठाकर ट्रेन में फेंक रहे हैं. पार्सल में दो टीवी बॉक्स भी दिख रहे हैं।

वीडियो में दिख रहा है कि कर्मचारी ने उस बॉक्स को भी अंदर किसी कूड़े की तरह फेंक दिया। कर्मचारी अन्य सामान भी इसी तरह ट्रेन के पार्सल डिब्बे में फेंकते नजर आ रहे हैं। इसी तरह लोगों के पार्सल ट्रेन द्वारा उनके डिजायर्ड लोकेशन तक पहुंचाए जाते हैं।

वायरल वीडियो को देखने के बाद कई लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि ये बेहद गलत तरीका है। वायरल वीडियो को @amshubhamking के अकाउंट से पोस्ट किया गया है. लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.

एक यूजर ने लिखा, “अगर वे आराम से सारा सामान लोड करेंगे तो उनको एक घंटे से अधिक समय लग जाएगा। फिर आप ही कहोगे की ट्रेन लेट हो रही है।” वहीं दूसरे यूजर्स ने लिखा, “जब हर इंसान अपनी जवाबदेही तय करेगा तभी इस देश में सुधार हो सकता है। वरना तो मुश्किल है।”