प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव से एक इंटरव्यू के दौरान परिवार में पड़ी फूट पर सवाल पूछा गया तो, उन्होंने कहा इसका जवाब अखिलेश यादव से लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सपा प्रमुख को अपने पिता मुलायम सिंह यादव से बड़ों का सम्मान करना भी सीखना चाहिए।

द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में पत्रकार सौरभ द्विवेदी ने शिवपाल यादव से पूछा, आप में और अखिलेश यादव में अभी भी प्रेम है। लेकिन क्या परिवार की महिलाओं के राजनैतिक हस्तक्षेप से काफी चीजें गड़बड़ हुईं? कुछ लोगों का यह भी मानना है कि परिवार में फूट डालने के लिए अनेक प्रकार के भ्रम फैलाए गए?

जवाब में शिवपाल ने कहा, यह हम लोगों को सोचना चाहिए था। अगर कोई भी परिवार के बीच फूट डालने की कोशिश कर रहा था तो अखिलेश यादव को मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर इस प्रकार की कोई चापलूसी और चुगलखोरी करता है तो इसको लेकर बातचीत होनी चाहिए थी। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कहा कि अगर मुझसे कोई कार्यकर्ता नाराज होता है तो मैं उससे फोन करके बात करता हूं। जिससे नाराजगी वहीं दूर हो जाती है।

उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव से उन्होंने सबकुछ सीखा है। गौरतलब है कि आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे शिवपाल यादव कई मंचों से गठबंधन को लेकर साफ तौर पर कहा है कि उनकी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ने की है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से गठबंधन पर कुछ न कहे जाने के बाद शिवपाल यादव ने यह भी कहा था कि अब युद्ध ही होना है क्योंकि द्रोणाचार्य और भीष्म को कोई नहीं मार सकता था। पांडवों ने तो 5 गांव मांगे थे और पूरा राज्य कौरवों के लिए छोड़ दिया था। उसी तरह मैंने भी अपने साथियों के लिए सम्मान मांगा था लेकिन अब मैं इंतजार करते-करते थक गया हूं।