बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अग्निवीर योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें सरकार धर्म और जाति के आधार पर भर्ती करने की योजना बना रही है। इसको लेकर उन्होंने अपनी सोशल मीडिया हैंडल से एक ट्वीट किया तो बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने पलटवार किया।
तेजस्वी यादव का ट्वीट : राजद नेता ने अपनी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, ‘जात न पूछो साधु की लेकिन जात पूछो फौजी की। संघ की बीजेपी सरकार जातिगत जनगणना से दूर भागती है लेकिन देश सेवा के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है। ये जाति इसलिए पूछ रहे हैं, क्योंकि देश का सबसे बड़ा जातिवादी संगठन आरएसएस बाद में जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा।’
बीजेपी नेता ने दिया यह जवाब : शलभ मणि त्रिपाठी ने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए लिखा कि दसवीं तक तो ठीक से पास ना कर पाए आप, फिर आपसे भर्तियों की जानकारी की उम्मीद ही भला कैसे की जाए। थोड़ा भी पढ़े लिखे होते तो आपको पता होता कि भर्ती फॉर्म में यह कॉलम हमेशा से है, इसमें कुछ भी नया नहीं है। वहीं फिल्म मेकर अशोक पंडित ने भी तेजस्वी यादव पर कटाक्ष कर लिखा कि आप खुद कितना पढ़े हो भाई?
आम सोशल मीडिया यूजर्स के कमेंट : अमरीश चौधरी नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि ये बिहार का दुर्भाग्य है कि आप लोग जैसे नेता बनकर बैठे हुए हैं, अग्निवीर की असली समस्या उठाने के बजाय आप लोग गलत मुद्दों को लेकर आ रहे हैं। तन्मय शंकर नाम के एक यूजर ने लिखा – भैया थोड़ा पढ़ लेते तो ऐसी बात ना करते। दसवीं के बाद फॉर्म भरेंगे तब तो पता चलेगा कि यह कॉलम कांग्रेस सरकार से चला आ रहा है।
राजनाथ सिंह ने दी सफाई : राजनाथ सिंह ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से अफवाह है। जो व्यवस्था पहले थी, आजादी के पहले से चली आ रही पुरानी व्यवस्था वही चल रही है। कोई बदलाव नहीं किया गया है, पुरानी व्यवस्था को जारी रखा गया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के आधार पर सेना के अधिकारियों ने इस विषय पर कहा है कि भर्ती में पहले भी उम्मीदवारों से जाति प्रमाण पत्र और धर्म प्रमाण पत्र मांगा जाता था।