संसद में राजद सांसद मनोज झा द्वारा पढ़ी गई ‘ठाकुर’ कविता के बाद विवाद खड़ा हो गया है। राजद के ही कई नेताओं ने मनोज झा के खिलाफ बयान दिया है। मनोज झा को लेकर खड़े हुए विवाद में राजद भी दो भागों में बंटी दिखाई दे रही है। एक तबका ऐसा है जो मनोज झा का समर्थन कर रहा है तो वहीं दूसरा तबका विरोध में है। इसी बीच बिहार सरकार में मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी है।

तेज प्रताप यादव ने महाभारत के एक छोटे हिस्से का वीडियो शेयर कर लिखा है कि क्षत्रिय ब्राह्मण के रक्षा हेतु अपने प्राण तक न्योछावर कर देते हैं। इसका उदाहरण वेद, पुराण और हमारा इतिहास गवाह है कि जब भी ब्राह्मण पर कोई संकट आया। क्षत्रिय सदैव सबसे पहले आगे रहे हैं और आजकल के क्षत्रिय बस जाति के नाम पर दिखावा करते हैं।’

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। श्रीनिवास सिंह ने लिखा, ‘राजद में सिर्फ एक ही असली हिन्दू नेता है तो सिर्फ तेज प्रताप यादव है, इनकी सोच सबसे विपरीत है और हमेशा हिन्दू धर्म का सम्मान सर्वोपरी रखते हैं। लेकिन मनोज झा जैसा नेता , 90 के दशक जैसा समाजिक द्वेष पैदा करने में लगा है।’ एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘आप किस तरफ हैं? साफ तो कीजिए। मनोज झा के तरफ की आनंद मोहन के तरफ?’

एक ने लिखा, ‘अब के क्षत्रिय खुद आपस में बंट गए हैं, अगर क्षत्रिय एक हो जाएं तो अभी भी उनके पास इतनी ताकत है कि वो केवल ब्राह्मण ही नहीं अपितु पूरे देश की सुरक्षा अकेले कर सकते हैं।’ एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ब्राह्मण और ठाकुर को आपस में लड़वाओ, देश तमाशा देखने के लिए बैठा ही है।’ अविनाश कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘आपकी ही पार्टी में ऐसे लोगों को आश्रय मिलता है, जो विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं।’

सांसद मनोज झा के बयान का सबसे पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे और शिवहर से आरजेडी विधायक चेतन आनंद ने विरोध किया था। हालांकि मनोज झा के समर्थन में पार्टी और खुद लालू प्रसाद यादव आ गए हैं, लेकिन यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।