काशी के ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर वजूखाने में मिले ‘शिवलिंग’ को लेकर समाचार चैनलों पर लगातार चर्चा हो रही है। एक तरफ हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है तो वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वजू खाने में फव्वारा लगाया गया था। इसी विषय पर हो रही चर्चा के दौरान इस्लामिक स्कॉलर मसूद फयाज हाशमी शिवलिंग का मजाक उड़ाने लगे तो एंकर सुशांत सिन्हा भड़क गए।
इस्लामिक स्कॉलर ने शिवलिंग का उड़ाया मजाक : ‘टाइम्स नाउ भारत’ समाचार चैनल के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में हो रही डिबेट के दौरान मुस्लिम स्कॉलर से ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘ दिल्ली के फुटपाथ पर जगह-जगह शिवलिंग बने हुए हैं, इंडिया गेट के ऊपर भी एक शिवलिंग बना हुआ है। राष्ट्रपति भवन और संसद के बगल में भी एक शिवलिंग बना हुआ है।’
भड़क गए सुशांत सिन्हा : एंकर ने भड़कते हुए हाशमी से कहा कि मैं आपको तुरंत इस डिबेट से निकाल रहा हूं, मेरी जगह कोई और होता तो तुम्हें पलटकर जरूर जवाब देता। तुम बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा की तरह कहते रह जाते कि सिर तन से जुदा..। चीखते हुए एंकर ने कहा, ‘ मैं तुम्हें ऐसे ऐसे जवाब दे सकता हूं कि जो बर्दाश्त नहीं कर पाओगे। शिवलिंग का मजाक उड़ाने वाले को मैं अपने डिबेट से बाहर कर रहा हूं।
ताली बजाते दिखे हाशमी : एंकर अपनी बात कहने लगे तो हाशमी तेजी से ताली बजाने लगे। सुशांत सिन्हा ने आगे कहा कि इस आदमी को डिबेट से बाहर करो.. अगली बार शिवलिंग का मजाक उड़ाने से पहले सुन लो.. तुम्हारे धर्म पर भी जब लोग आ जाएंगे तो बहुत गलत महसूस होगा, उसी तरह दूसरे के धर्म पर मत बोलो। अगर ज्ञान और जानकारी नहीं है तो डिबेट में मत आया करो।
डिबेट से बाहर फेंको : हाशमी अपनी बात की शुरुआत करते हैं तो एंकर चिल्लाते हुए कहते हैं कि इस आदमी को डिबेट से बाहर फेंको। तुम्हारी आवाज कम कर दी गई है, तुम्हें मैंने इस डिबेट से धक्के देकर निकाल दिया है। ये तुम्हारे लिए शिवलिंग का मजाक उड़ाने का नतीजा है, इस व्यक्ति को डिबेट से बाहर फेंको। तुम निहायती बेहूदा और बेशर्म आदमी। इस बेहूदा आदमी को तुरंत डिबेट से निकाला जाए।
लोगों के रिएक्शन : सुरेश नाम की एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि सो कॉल्ड मुस्लिम स्कॉलर ही अपने धर्म के लिए दुश्मन बन गए हैं। शादाब नाम के एक यूज़र ने कमेंट किया – मजाक तो तुम लोग ही शुरू करते हो। कुशाग्र राहुल नाम के ट्विटर हैंडल अकाउंट से कमेंट आया, ‘ इस तरह धर्म का मजाक उड़ाने वाले लोगों को टीवी डिबेट पर बैठाने की जरूरत ही क्या है?’ अनुभव सिंहा नाम के एक यूजर ने लिखा – डिबेट का यह स्तर समाज के लिए खतरनाक होता जा रहा है, केंद्र सरकार इस पर ध्यान दे।
