प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मानसून की दस्तक के बाद से ही सड़कों पर पानी भर गया है। बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। पहली बारिश ने बनारस के स्मार्ट सिटी होने के दावे को धूल दिया है। पानी से भरी सड़कों और गलियों के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोग मोदी सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं।

इसी पर तंज कसते हुए रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “जरूरत से ज्यादा बारिश कर बनारस को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। क्यूँ ना इंद्रदेव पर गंभीर धाराओं में मुक़दमा कर दिया जाए योगी जी? शायद यही उचित विकल्प होगा”।

उनके इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा कि, ” हमें तो पाकिस्तान की साजिश लग रही है। या फिर इंद्रदेव को एनएसएस सहित मुकदमा झेलना पड़ सकता है। आशा श्री नाम की यूजर लिखती है कि इंद्रदेव जी ने यूपी प्रशासन व्यवस्था की पोल खोल दी है। अब इंद्रदेव जी की संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।

स्वतंत्र पत्रकार रणविजय सिंह ने पानी से भरी हुई सड़क की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा कि बनाने चले थे क्योटो, बन गया वेनिस। पत्रकार मोहम्मद फाजिल ने मजा लेते हुए लिखा कि, “यह बहुमुखी योजना के तहत बना है। गर्मी में क्योटो और बरसात में वेनिस… जाड़े वाले सेक्शन पर काम चल रहा है 2024 तक पूरा हो जाएगा”।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पानी से लबालब सड़क का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हाल – ए – क्योटो ! कभी फुर्सत मिले मोदी जी, अपने क्योटो पर भी नज़र डाल जाना।

चंदन नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि नरेंद्र मोदी जी का संसदीय क्षेत्र “क्योटो” शहर। प्रमोद सिंह यादव नाम की एक यूजर ने अमिताभ बच्चन के गाने खाई के पान बनारस वाला के अंदाज में लिखा कि भाइया पान खाईके बनारस वाला, लगा लो जी क्योटो शहर में डुबकी, खुल जाए बंद अकल का ताला।