पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूपी में मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश मेडिकल हब बनने जा रहा है। मेडिकल कॉलेज बन जाने से चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। इसी मुद्दे पर आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘दंगल’ में हो रही डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत में तीखी बहस हो गई।

एंकर चित्रा त्रिपाठी ने कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा, इतने कम वक्त में अगर 9 मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाते हैं तो उपलब्धि मानने में क्या दिक्कत है? इस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, कुछ जिला अस्पतालों का नाम बदलकर मेडिकल कॉलेज कर दिया गया है। किसी भी मेडिकल कॉलेज को आईसीएमआर द्वारा स्वीकृति नहीं दी गई है। यह स्वीकृति तब दी जाती है जब मेडिकल कॉलेज में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हों।

श्रीनेत ने कहा, इन 9 कॉलेज में से किसी भी अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। चुनावी दौर को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी सब चीजों का नाम बदलकर जुबानी जमा खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो 70 हजार डॉक्टरों की जगह खाली है उसे भर दीजिए। यह सरकार संविदा पर रखकर डॉक्टरों का शोषण करती है।

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सुप्रिया श्रीनेत द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा, जब किसी मुद्दे पर बहस होनी हो तो प्रवक्ताओं को पढ़कर आना चाहिए। जब कोई मेडिकल कॉलेज खुलता है तो उसकी स्वीकृति आईसीएमआर नहीं देता है। इसको मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया स्वीकृति देती है।

गौरव भाटिया बोले, आप तैयारी से आया करिए। इसके बाद दोनों प्रवक्ताओं की बातचीत बहस में बदल गई। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्धार्थनगर में बने मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर के मेडिकल कॉलेजों का भी डिजिटल माध्यम से लोकार्पण किया। इन मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कुल 2,329 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।