समाचार चैनलों पर होने वाली डिबेट के दौरान अक्सर ही एक पार्टी के प्रवक्ता दूसरे पार्टी के प्रवक्ताओं से किसी भी मुद्दे पर भिड़ जाते हैं। एक ऐसी ही टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया के बीच तू – तू, मैं – मैं हो गई। सुप्रिया श्रीनेत ने गौरव भाटिया को गोडसे मुर्दाबाद का नारा देने की चुनौती दी।

गौरव भाटिया ने कही यह बात

टीवी डिबेट के दौरान सुप्रिया श्रीनेत ने गौरव भाटिया को गोडसे मुर्दाबाद का नारा देने की चुनौती दी तो गौरव भाटिया ने कहा, ‘गोडसे मुर्दाबाद था, है और रहेगा।’ इस वीडियो पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कमेंट किया कि भाजपाइयों के मुंह से ‘गोडसे मुर्दाबाद’ कहलवाने का सुकून ही कुछ और है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट पर कुछ लोग उनका समर्थन करते नजर आ रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने उन पर कटाक्ष करते हुए कई तरह के रिएक्शन दिए हैं। देवेंद्र कुमार नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं – अब तो गौरव भाटिया की नौकरी चली जाएगी क्योंकि बीजेपी वाले गोडसे को तो वीर कहते हैं लेकिन भाटिया ने तो मुर्दाबाद कह दिया है। अनुभव शुक्ला नाम के एक यूजर ने कांग्रेस नेत्री पर कटाक्ष कर लिखा, ‘बाटला एनकाउंटर पर फर्जी आंसू बहाने वालों को गोडसे मुर्दाबाद कहने पर खुशी मिलती है।’

राजीव श्रीवास्तव नाम के यूजर कमेंट करते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा का असर साफ दिखाई देने लगा है, अभी तो भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को गोडसे मुर्दाबाद बोलने पर मजबूर होना पड़ा, कल इनके आका भी यही बोलेंगे। प्रशांत टंडन नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया – गौरव भाटिया बड़बोले हैं और बीजेपी में आयातित हुये हैं इसीलिये दबाव में ‘गोडसे मुर्दाबाद’ कह गये। आरएसएस ट्रेंड ये कभी नहीं कहता। देख लीजियेगा इसकी कीमत चुकायेंगे।

हेमंत सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि गजब। सुप्रिया जी ने कमाल कर दिया, इतिहास रच दिया, भाजपा से गोडसे मुर्दाबाद का कहलवा दिया। अभी कुछ समय पहले तक कांग्रेस का मीडिया इन चैनलों और भाजपाईयों से मिला रहता था। महात्मा गांधी के साथ नेहरू गांधी परिवार के खिलाफ गालियां सुनता रहता था, केवल अपना चेहरा चमकाने के लिए।