बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ज्ञानवापी मस्जिद के विषय पर एक समाचार चैनल पर अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान एंकर ने उनसे AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद पर दिए जा रहे बयान को लेकर सवाल किया। जिसके जवाब में उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि मेरे सामने वह ऐसी बात नहीं करेगा।
दरअसल, सुब्रमण्यम स्वामी TV9 भारतवर्ष समाचार चैनल से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान बीजेपी सांसद ने कहा कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया द्वारा कहा गया है कि मस्जिद को हटाया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘नमाज पढ़ने के लिए किसी विशेष स्थान की जरूरत नहीं होती है, रेलवे प्लेटफार्म, सड़क, ड्राइंग रूम और हवाई जहाज में भी नमाज पढ़ी जाती है।’
एंकर ने उनकी बात पर कहा कि यह तो भावनाओं की बात होती है। इस्लाम धर्म का जिक्र कर एंकर की ओर से कहा गया कि धर्म में तो विवादित जगह पर नमाज कुबूल भी नहीं होती है। इन तमाम बातों के बावजूद भी देश तो कानून और संविधान से चलेगा। एंकर ने असदुद्दीन ओवैसी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके द्वारा 1991 एक्ट की बात की जा रही है। इस एक्ट को हटा कर रखा नहीं जा सकता है?
ओवैसी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सुब्रमण्यम स्वामी ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘मेरे साथ उनकी डिबेट करा दीजिए, मेरे सामने वह ऐसी बात नहीं करेगा। वह गलत बात कर रहे हैं।’ इस पर एंकर की ओर से कहा गया कि हम बिल्कुल कोशिश करेंगे कि संविधान और कानून के जानकार एक मंच पर आकर बात करें।
इस पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त भी है लेकिन इस मसले पर बात करने के लिए मेरे सामने नहीं आएंगे क्योंकि वह गलत बोल रहे हैं। उन्होंने 1991 एक्ट को संविधान का बेसिक स्ट्रक्चर ना बताते हुए कहा कि यह पार्लियामेंट से पास किया गया था। जानकारी के लिए बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी का ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कहना है कि इन मुद्दों के जरिए देश में नफरत फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।