सरकार स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने या उपलब्ध करने से जुड़ी तमाम दावे करती है। इसी बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video) हो रहा है जिसमें एक स्कूली छात्र, इलाके के विधायक से स्कूल में नल नहीं होने की शिकायत कर रहा है। इतना ही नहीं, छात्र यहां तक कहता है कि अगर हमारे स्कूल में नल नहीं लगा तो हम आपको जाने भी नहीं देंगे। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है।

विधायक से छात्र ने की शिकायत

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो सिंगरौली (Singrauli) जिले के चितरंगी ब्लॉक के मिसिरगवां गांव के सरकारी स्कूल का बताया जा रहा है, जहां चितरंगी विधानसभा के विधायक अमर सिंह (BJP MLA Amar Singh) जब स्कूल पर पहुंचे तो छात्रों ने विधायक से शिकायत की कि जबसे स्कूल खुला है नल नहीं है, पानी पीने का बोतल लाना पड़ता है। मिडडे मिल के लिए पानी पास की बस्ती से आता है। छात्र विधायक से कह रहा है कि अगर स्कूल में नल नहीं लगेगा तो हम आपको जाने भी नहीं देंगे।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं

मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता रोहित नायक ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि विकास यात्रा में अब जनता हिसाब मांगने लगी है। किस किस को क्या क्या विकास गिनाओगे? जब मूलभूत सुविधा के नाम पर पानी, संचार, परिवहन और आधारभूत संरचना तक नहीं दे पा रहे। बीजेपी विधायक चितरंगी (सिंगरौली) को रोक कर मासूम बच्चे ने स्कूल में पीने के पानी की मांग की। मोहित नाम के यूजर ने लिखा कि आप भी देखिए भाजपा के विकास की धज्जियाँ उड़ाता एक स्कूली नन्हा बच्चा।

एक यूजर ने लिखा कि निश्चित रूप से इन बच्चों के हक का हैण्डपम्प/स्कीम बोरवेल रसूखदारों कार्यकर्ताओं के घर-घर, खेत खेत मे खनन किया हुआ मिलेगा। अभिषेक नाम के यूजर ने लिखा कि बच्चों की बड़ों को सीख, यही असली लोकतंत्र है। आप जिसे विश्वास के साथ चुनते हैं उससे सवाल पूछने की भी हिम्मत जुटाएं। एक यूजर ने लिखा कि सरकार स्कूलों को स्मार्ट बनाने के दावे करती है, हर सुविधा देने का वादा करती है लेकिन सच्चाई क्या है, आप भी देखिए।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है, जवाब में विधायक कहते हैं कि हमको यह जानकारी पहली बार मिली है। जरूर इस पर काम किया जाएगा। हालांकि छात्रों द्वारा जिस तरह विधायक के सामने अपनी समस्या रखी गई उसकी खूब तारीफ हो रही है लेकिन स्कूल में नल जैसी बुनियादी सुविधा ना होने पर सरकार की किरकिरी भी हो रही है।