राजस्थान कांग्रेस का आंतरिक कलह एक बार फिर सामने आ गया है। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों के विसर्जन में एक सभा पुष्कर के मेला ग्राउंड में आयोजित की गई। जैसे ही गहलोत सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना भाषण देने के लिए आए तो लोगों ने जूते-चप्पल और अन्य सामानों को उछालना शुरू कर दिया। इसके साथ ही सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए गये। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पर खेल मंत्री, सचिन पायलट पर भड़क गए।
खेल मंत्री को लोगों ने दिखाए जूते-चप्पल!
भीड़, जूते-चप्पल उछालते हुए सचिन पायलट के समर्थन में नारेबाजी करने लगी। इससे खेल मंत्री अशोक चांदना को अपना भाषण रोकना पड़ा। वायरल वीडियो में वो कहते दिखाई दे रहे हैं कि जो यहां दिखाई दे रहा है, इसकी मुझे आशा नहीं थी लेकिन मुझे ये पता है कि ऐसी कोई बात मुझे नहीं कहनी है जिससे कर्नल साहब की डिसरिस्पेक्ट हो।
सचिन पायलट पर लगाया आरोप
इसके बाद अशोक चांदना ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने सीधे सचिन पायलट को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने लिखा कि मुझ पर जूता फेंकवाकर सचिन पायलट यदि मुख्यमंत्री बने तो जल्दी से बन जाए क्योंकि आज मेरा लड़ने का मन नहीं है। जिस दिन मैं लड़ने पर आ गया तो फिर एक ही बचेगा और यह मैं चाहता नहीं हूं। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@MsGurjar07 यूजर ने लिखा कि मैं उस वक्त वहीं मौजूद था, जो हुआ बहुत गलत हुआ। बुलाने के बाद भी जो नेता वहां आया ही नहीं उनके समर्थन में, उस नेता का विरोध करना सरासर गलत है, जो वहां कर्नल साहब को श्रद्धांजलि देने आया हो. @BlogsPrema यूजर ने लिखा कि हम कांग्रेस का कभी भी समर्थन नहीं करते लेकिन सचिन पायलट बहुत ही सच्चे और अच्छे नेता हैं और उनका पुरजोर समर्थन करते हैं l
@KishanL92053849 यूजर ने लिखा कि मंत्री महोदय इस गंदी राजनीति का शिकार होकर समाज में फूट मत डालो, जूते पायलट साहब ने नहीं जातिगत प्रेम ने फिंकवाया और उसके जिम्मेदार आप स्वयं हो। @MharoRajasthan7 यूजर ने लिखा कि बिना किसी आधार के सचिन पायलट पर ऐसे आरोप लगाना कहां तक जायज हैं? क्या आपको लगता है कि सचिन पायलट जैसी शख्सियत ऐसा काम कर सकती हैं?
बताया जा रहा है कि पायलट समर्थक इसलिए नाराज हैं कि जब पायलट गुट ने बगावत की तो खेल मंत्री अशोक चांदना ने सचिन पायलट का साथ नहीं दिया था वरना आज सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री होते। अशोक चांदना ने गहलोत कैंप का साथ दिया था, पायलट समर्थक इसी बात से नाराज हैं। हालांकि जिस तरीके से खेल मंत्री ने सीधे पायलट पर हमला बोला है उससे यह विवाद और बढ़ सकता हैl