केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो अमेठी का बताया जा रहा है, जब केंद्रीय मंत्री कादू नाला स्मारक स्थल पर पुष्प चढ़ाने पहुंची थी। इसी दौरान कुछ लोग स्मृति ईरानी के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंच गये। इसी तरह एक शिकायत पर जब स्मृति ईरानी ने जिम्मेदार लेखपाल को फोन लगाया तो लेखपाल ने फोन ही काट दिया और स्मृति ईरानी को पहचान भी नहीं पाया।
स्मृति ईरानी को नहीं पहचान पाया लेखपाल!
दरअसल एक युवक ने स्मृति ईरानी से शिकायत की कि उनके पिता एक शिक्षक थे, उनकी मृत्यु हो गई है। इसके बाद अब लेखपाल सत्यापन नहीं कर रहे हैं जिससे मां को पेंशन नहीं मिल पा रही है। शिकायत सुनते ही स्मृति ईरानी ने लेखपाल को फोन किया। “हेलो दीपक जी, स्मृति ईरानी बोल रही हूं।” स्मृति ईरानी के इतना बोलते ही फोन कट गया।
ऑफिस पहुंचने का दिया आदेश
इसके बाद फिर स्मृति ईरानी ने फोन लगाया और बोलीं, “हैलो लेखपाल जी, अंकुर को जानते हैं, मैं स्मृति ईरानी बोल रही हूं साहब, सांसद अमेठी। आप अंकुर को जानते हैं, लीजिए वे आपको अपना परिचय देंगे।” स्मृति ईरानी को लेखपाल पहचान ही नहीं पाया। इसके बाद स्मृति ईरानी फोन एक अधिकारी को दे देती हैं, जिन्हें भी लेखपाल नहीं पहचान पाते। इसके बाद उन्हें ऑफिस पर पहुंचने का आदेश दिया जाता है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। हिमांशु मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि बड़ा हैवी लेखपाल है ये तो। शिखर तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि लेखपाल, गांव का मुख्यमंत्री होता है वो किसी चीज का लोड लेता ही नहीं है। अनिल शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि भाई लेखपाल अपने काम से मतलब रखता होगा, वह भला सीडीओ और एमपी को क्यों जाने?
रितेश चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि सोचने वाली बात है कि ये जनता को न्याय कैसे देते होंगे, जब ये अधिकारी और सांसद को नहीं पहचान पाता। आर्यन मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि जनता है मैडम, जब अमेठी के लिए कुछ किया हो या अमेठी आती हो, तब अधिकारी या जनता पहचानेंगी न।
बता दें कि स्मृति ईरानी ने जब लेखपाल को फोन लगाया तो उन्हें पहचान नहीं पाए। अधिकारी ने जब फोन लगाया तो लेखपाल अधिकारी को भी नहीं पहचान पाए। अंत में उन्हें ऑफिस पहुंचने के लिए कहा गया। वहीं एसडीएम सविता यादव ने बताया कि लेखपाल थोड़ा ऊंचा सुनता है। यही वजह है कि वह पहचान नहीं पाए।