माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के बाद पटना में उसके समर्थन में नारेबाजी का वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि पटना की एक मस्जिद से लोग नमाज पढ़कर बाहर निकल रहे थे, उसी वक्त ये नारेबाजी हुई है। लोगों ने अतीक अहमद अमर रहे, योगी-मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं। सोशल मीडिया पर लोगों की टिप्पणियां सामने आ रही हैं।

अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी

जानकारी के मुताबिक़, अतीक अहमद की हत्या पर प्रतिक्रिया लेने कई यूट्यूबर और पत्रकार मस्जिद के बाहर पहुंचे थे, इस दौरान वहां नारेबाजी शुरू हुई। नारेबाजी कर रहे लोगों का कहना है कि अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शहादत हुई है, दोनों को योजना के तहत मारा गया है। खबरों की मानें तो बिहार पुलिस अब इस मामले में कई लोगों पर कार्रवाई कर सकती है, जिसमें यूट्यूबर भी शामिल हैं। पुलिस सीसीटीवी फूटेज खंगाल रही है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@AnuragChaddha यूजर ने लिखा कि एक माफिया के लिए ये नारे कहीं और नहीं बल्कि बौद्ध की भूमि बिहार की राजधानी पटना में लग रहे हैं। @brijendrayadav_ यूजर ने लिखा कि जब रेपिस्ट के लिए तिरंगा यात्रा निकल सकती है, राष्ट्रपिता को गाली देने वाले लोग सदन में हो सकते हैं। रेपिस्टों को संस्कारी कहा जाता है, जय श्री राम का नारा लगाकर किसी की भी मॉब लीचिंग कर सकते हैं तो आज मुस्लिम समुदाय ने किया इसमें गलत कहाँ से है? @KamalAhamad_10 यूजर ने लिखा कि इनकी नमाज और इनके नारे दोनों नहीं माने जायेंगे, ऐसा मत करें, सब्र भी कोई चीज होती है। आपके खिलाफ साजिश रची जा रही है आप ऐसा न करें।

सूरज नाम के यूजर ने लिखा जब तेजस्वी यादव अतीक अहमद के नाम के आगे जी लगाकर संबोधित कर रहे हैं तो लोगों से और क्या उम्मीद की जा सकती है? एक अन्य यूजर ने लिखा कि ये सभी लोग योगी-मोदी को और मजबूत कर रहे हैं। यह बात लोगों की समझ में नहीं आ रही है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि कुछ मुट्ठी भर के लोगों को लेकर पूरे समाज को नहीं बोला जा सकता है, जिस तरह नारोदा गुजरात में बरी किये गए को लेकर जश्न मनाया जा रहा वो भी ग़लत और ये भी ग़लत है।

बता दें कि पटना में हुई नारेबाजी के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। बिहार भाजपा ने अपने ट्विटर पर पोस्ट कर इसके लिए नीतीश सरकार को ही जिम्मेदार बताया है। उन्होंने ट्वीट किया ‘जब सरकार में बैठ गए हो नकारे, तो माफियाओं का क्यों ना लगे नारे!’ आने वाले समय में इस मुद्दे को लेकर प्रदेश में राजनीति बढ़ सकती है।