प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। शिवपाल यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वहां पर हमें सम्मान नहीं दिया गया। शिवपाल यादव के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी कमेंट किए।
शिवपाल यादव का बयान
शिवपाल यादव ने सपा के साथ गठबंधन करने के सवाल पर कहा कि समय आने पर यह बातें तय होंगी कि कहां और किसके साथ गठबंधन करना है। अभी तो केवल मैं अपने संगठन को मजबूत करने में लगा हुआ हूं और लक्ष्य है कि 2024 में सरकार का हिस्सा बन सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक होगा तब देखा जाएगा कि क्या राजनैतिक फैसला उचित रहेगा। अभी डेढ़ 2 साल का वक्त है और अब सपा के साथ नहीं रहना है। यह तय है, अब कैसे और किसके साथ रहेंगे।
अखिलेश यादव को लेकर पूछा गया ऐसा सवाल
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिवपाल यादव से पत्रकारों ने पूछा कि अगर अखिलेश पैर छू लेंगे तो वह मान जाएंगे? इसके जवाब में शिवपाल ने कहा कि मुझे अब समाजवादी पार्टी में जाना ही नहीं है। आप कोई समझौता और कोई गठबंधन नहीं होगा। यह बात पूरी तरह से साफ हो चुकी है, हमें समाजवादी पार्टी में कई बार धोखा मिल चुका है। सपा को लेकर उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान हमने देखा कि 75 जिलों में अखिलेश का संगठन ही नहीं है और टिकट भी सही तरीके से नहीं बांटा गया था। वह अपने संगठन को संभालने में फेल रहे हैं।
लोगों के रिएक्शन
दीपा सिंह पटेल नाम की एक ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं कि सपा सरकार बनती तो पीडब्ल्यूडी के नीचे इनको कुछ स्वीकार नहीं होता, सरकार नहीं बनी तो वही पुराना विलाप जारी है। अरे हिम्मत है तो तोड़ दीजिए गठबंधन, जाइए आपको जहां भी सम्मान मिले। अविनाश सिंह राठौर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ अखिलेश यादव ने बाप और चाचा को धोखा दिया है, ऐसे में यह क्या चुनाव जीत पाएंगे?’
आशीष यादव नाम के एक दूतर यूजर कमेंट करते हैं कि चाचा घर बैठ जाओ ना, कुछ हो नहीं पाएगा और फिर क्यों पार्टी के लिए कुआं खोद रहे हो? अंसारी आलम नाम के शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए लिखा – जब तक मलाई खाने को मिलती रही, तब तक समाजवादी पार्टी दी थी लेकिन अब तो उससे ही धोखा मिलने लगा है। एक अन्य टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया, ‘अरे चाचा आप तो बीजेपी में चले जाइए, कुछ पद भी मिल जाएगा और सीबीआई, ईडी का छापा भी नहीं पड़ेगा।’