प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए हर घर तिरंगा यात्रा को लेकर विपक्षी दल भाजपा पर जमकर हमला बोल रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि जिस पार्टी ने 52 साल अपने दफ्तर में तिरंगा नहीं लगाया, वह तिरंगा यात्रा निकाल रही है। इस विषय पर हो रही एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने AIMIM नेता वसीम वकार से तिरंगे को लेकर सवाल किया।

बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा ऐसा सवाल

‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ में चल रही डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता ने ओवैसी के नेता से पूछा, ‘ बिना गूगल किए तिरंगा किसने डिजाइन किया है, केवल इतना बता दीजिए?’ बीजेपी प्रवक्ता के इस सवाल पर AIMIM नेता वसीम वकार कहने लगे कि नेटवर्क की समस्या आ रही है इसलिए उनकी बात सही से समझ नहीं पा रहा हूं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं ऑनलाइन माध्यम से जुड़ा हूं इसलिए आवाज साफ नहीं आ रही है।’

बीजेपी प्रवक्ता ने दोहराया अपना सवाल

जिसके बाद बीजेपी प्रवक्ता ने वसीम वकार से कहा कि अब तो आपको आवाज आ रही है, जरा इसका जवाब दे दीजिए कि तिरंगे का डिजाइन किसने किया था? इसके जवाब में वसीम वकार ने कहा, ‘ पिंगली वेंकैया थी, मैडम थी।’ इस पर चुटकी लेते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आप लोगों को मैडम से बहुत लगाव है, पिंगली वेंकैया थे।’ डिबेट के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर कई तरह के कमेंट करते नजर आ रहे हैं।

लोगों के रिएक्शन

ऋषि श्रीवास्तव नाम के ट्विटर यूजर द्वारा सवाल किया गया कि, ‘बिना गूगल किए शहजाद पूनावाला बता दें कि संघ ने अपने मुख्यालय पर 52 सालों तक तिरंगे को क्यों नहीं फहराया?’ रज़ा नाम के एक यूजर लिखते हैं कि डिबेट पर आकर जरनल नॉलेज के सवाल पूछे जाएंगे? देश में और कोई मुद्दा नहीं रह गया है क्या? अभिनव शुक्ला नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया – जिन लोगों को तिरंगे के बारे में पता नहीं है, वह राष्ट्रीय समाचार चैनलों पर बैठकर तिरंगे के विषय पर डिबेट करते हैं। यह भारत के लिए बेहद शर्मनाक है।

सोनाली गर्ग नाम की एक ट्विटर यूजर सवाल करती है कि बीजेपी प्रवक्ता बिना गूगल कि यह बता दें कि तिरंगे का अपमान किसने किया था? किसने अंग्रेजों के साथ मिलकर गद्दारी की थी और गद्दारी की पेंशन भी लेते थे। संतोष कुमार नाम के एक टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया, ‘यहां पर कौन बनेगा करोड़पति चल रहा है क्या? देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर भी कभी कोई डिबेट की जाएगी?’