महाराष्ट्र राज्यसभा चुनावों में बीजेपी को मिली जीत के बाद शिवसेना नेता संजय राउत केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं। महाराष्ट्र की राज्यसभा की छह में से तीन सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इसके बाद संजय राउत ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए थे। साथ ही संजय राउत ने ईडी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए कहा था कि शिवसेना उनसे डरती नहीं है। अब संजय राउत ने एक और बयान दिया है।

संजय राउत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ’48 घंटों के लिए ईडी को हमारे हवाले कर दो, देखना देवेंद्र फडणवीस भी हमको (शिवसेना) वोट करेंगे।’ इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि “केंद्रीय जांच एजेंसी की टाईमिंग हमें पता है. जहां चुनाव होने वाला होता है या राज्य सरकार में अस्थिरता पैदा करनी होती है तो ED और CBI को भेजा जाता है लेकिन ना तो महाराष्ट्र झुकेगा और ना ही शिवसेना डरेगी।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: अमोल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ईडी को आपके नियंत्रण में आने के लिए, आपको राष्ट्रीय चुनाव में कम से कम 36 प्रतिशत वोट प्राप्त करने की आवश्यकता है! शिवसेना को कितने % वोट मिले?’ एक यूजर ने लिखा कि ‘मई 2014 से पहले तो ED कांग्रेस के हाथों में थी, तब कैसे जीती भाजपा?’ संजीव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह सपना तो आपका कभी भी पूरा नहीं होगा। अगले विधानसभा चुनाव में शिवसेना को कितने वोट मिलेंगे यह सवाल है, आपकी लुटिया डूबने वाली है।’

सुनील पटवाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तो कर लो ना भाई ED अपने हाथ में, पर उसके लिए केंद्र सरकार में आना पड़ेगा। लोकसभा में बहुमत लाना पड़ेगा। मगर तुमसे एक राज्यसभा की सीट ही न संभाली गई तो तुम क्या करोगे आगे?’ मनीष झा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मतलब ये मान रहा है कि राज्य सरकार के अधीन जो सरकारी तंत्र है, उसका ये लोग दुरुपयोग कर रहे हैं, नहीं तो एक फेसबुक पोस्ट पर भला एक महिला को एक महीने से ऊपर जेल में क्यों रहना पड़ता।’

बता दें कि महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव में छह में से तीन सीटें बीजेपी के जीतने के बाद संजय राउत केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोल रहे है। बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक और महा विकास अघाड़ी की तरफ से शिवसेना के संजय राउत, एनसीपी के प्रफुल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी ने भी जीत हासिल की जबकि MVA के संजय पवार BJP के धनंजय महादिक से हार गए। बीजेपी के एक सीट ज्यादा जीतने पर शिवसेना ने हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था।