पिछले कई दिनों से समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल (@MediaCellSP) के ट्विटर अकाउंट से आपत्तिजनक ट्वीट किये जा रहे हैं। भाजपा नेताओं/प्रवक्ताओं समेत कई पत्रकारों के लिए इस अकाउंट से आपत्तिजनक भाषा में ट्वीट किए गए हैं। एक तरह जहां सपा के सभी नेता इस ट्वीट पर चुप्पी साधे हुए हैं और इसे एक तरह से जायज ठहरा रहे हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी की महिला प्रवक्ता ने अब ऐसे ट्वीट के खिलाफ आवाज उठाई तो पार्टी के ही नेताओं ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया।

(@MediaCellSP) के ट्वीट पर मचा बवाल

सपा मीडिया सेल (@MediaCellSP) की तरफ से ट्वीट किया गया, “सपा कार्यकर्ता और नेतागण भाजपाई लंका द्वारा भेजी गई शूर्पनखाओं और पूतनाओं के ट्वीट्स/उकसाने का संज्ञान ना लें। ये शूर्पनखाएं ,पूतनायें अपनी नाक सपा के लक्ष्मणों से कटवाकर विक्टिम कार्ड खेलकर रावण युद्ध का प्रयास कर रही हैं। इन्हें इनका व्यर्थ प्रयास करने दें ,इनकी लंका खुद जलेगी।” इस पर सपा प्रवक्ता और इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रह चुकीं ऋचा सिंह ने ट्वीट किया, “किसी भी महिला को शूर्पनखा या पूतना संबोधित किया जाना बेहद निदंनीय है, वह किसी भी पार्टी या विचारधारा की हो। इस तरह के शब्दों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी अखिलेश यादव जी और डिंपल यादव को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

सपा नेताओं ने ऋचा सिंह पर किया हमला

इस पर सपा के तमाम नेता ऋचा सिंह को ही घेरने लगे। सपा नेता जीतेन्द्र वर्मा ने ऋचा के ट्वीट पर लिखा कि बीजेपी की महिला नेत्रियां दिन रात सोशल मीडिया पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी व माननीय डिम्पल भाभी जी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करती है, तब आपको उन बीजेपी की महिला नेत्रियों को आवश्यक राय देनी चाहिए थी। वहीं आईपी सिंह ने लिखा कि सवाल तो बीजेपी से पूछने के बजाय सवाल आप खुद सपा से पूछ कर रही हैं। सुचिता तार-तार करने वाली भाजपा और भाजपा के लोग हैं। किसी को 50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड तो किसी को पप्पू तो किसी को टोटी चोर जैसे असभ्य भाषा बीजेपी के बड़े बड़े नेता बोलते हैं।

आईपी सिंह के ट्वीट पर ऋचा ने जवाब देते हुए लिखा कि आंख के बदले में अगर आंख का हिसाब होगा तो पूरा जगत अंधा हो जाएगा। पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने लिखा कि राजनीति में एक दूसरे का विरोध जमकर होना ही चाहिए, लेकिन अभद्र, अमर्यादित टिप्पणी किसी की भी स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए। भाजपा नेता मनीष शुक्ला ने ऋचा सिंह के ट्वीट पर लिखा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय से यही उम्मीद है। @dharmendra135 यूजर ने लिखा कि बहुत सही, महिला को शूर्पनखा और पूतना से संबोधित नहीं करना चाहिए, पुरूष को भी रावण, कंस से तुलना नहीं होनी चाहिए।

बता दें कि पिछले काफी दिनों से @MediaCellSP ट्विटर हैंडल से किये जा रहे ट्वीट को लेकर विवाद खड़ा हो चुका है। FIR भी दर्ज हो चुकी है। हालांकि ना तो सपा के नेताओं की तरफ से इसे गलत बताया गया और ना ही इस पर अभी तक रोक लगी है। @MediaCellSP हैंडल से भाजपा के प्रवक्ताओं और विरोध करने वाले पत्रकारों को निशाना बनाया गया है। सपा के कुछ नेताओं का कहना है कि मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और डिंपल यादव के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने वालों को अभी उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जा रहा है तो दिक्कत क्या है?