उत्तर प्रदेश की राजनीति अक्सर धर्म और जाति के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। इस वक्त रमजान का महीना चल रहा है, कुछ ही दिनों बाद ईद का त्यौहार आने वाला है। इस बीच अखिलेश यादव ने ट्विटर पर इफ्तार में शामिल होने की तस्वीर शेयर की तो लोग तरह-तरह के कमेंट करने लगे। कुछ लोगों ने अखिलेश यादव की तारीफ की तो कुछ लोग ने तंज कसा है।
इफ्तार में शामिल होने की दो तस्वीरों को शेयर करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा कि “रोजा-इफ्तार।” अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की जमीन पर बैठकर खाना खाने की तस्वीर शेयर करते हुए मयंक गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि “काश कुछ योगी जी से सीख पाते अखिलेश, पर अफसोस तुम कुछ न सीख पाए।’
प्रबोध यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सभी धर्मों का सम्मान और साथ लेकर चलने वाली पार्टी है सपा।’ सिद्दकी अंसारी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सर, ट्विटर पर तो माहौल बहुत खराब है, इफ्तार पार्टी की फोटो शेयर करने की क्या जरूरत है? वैसे ही आपको प्रो मुस्लिम कहा जाता है, अब और ज्यादा बोलेंगे।’
विकी सिंह राजपूत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इस देश का मुसलमान बस इफ्तार पार्टी से खुश हो जाता है। यही सेक्युलर पार्टियों और नेताओं के लिए बहुत बड़ी बात है।’ स्वाति जोशी पन्त नाम की यूजर ने लिखा कि ‘यह तो तुम सालों से करते आ रहे हो वोट के चक्कर में। क्या नया है इसमें । कुछ ऐसा करो कि जनता का मन जीत सको ताकि चुनाव भी जीत जाते।’
श्यामेंद्र गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हमें नवरात्री का इंतजार रहेगा, मुझे किसी वर्ग समुदाय से मतलब नही, लेकिन हिंदू अब तुष्टीकरण का शिकार नहीं होगा।’ अनीत गुर्जर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ऐसे ही काम करते रहो, वादा है आपसे, हम हिंदू आपको हमेशा विपक्ष मे ही बैठाए रखेंगे।’
देवेंद्र कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इफ्तार में दावत खाने के लिए यदि गमछा, टोपी अनिवार्य है तो दिवाली की मिठाई भी तिलक लगा कर खिलानी चाहिए।’ रवि शंकर शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपके सामने असली मुसलमान भी नकली लग रहा है।’ शाहिद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सिर्फ इफ्तार करके दिखाना ही आता है या मुसलमानों के लिए बोलना भी आता है?’
