समाजवादी पार्टी ने दो महिला नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। हालांकि इन दोनों नेताओं को पार्टी से क्यों निकाला गया, इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ बयानबाजी करने के चलते इन दोनों नेताओं पर कार्रवाई की गई है। पार्टी से निष्काषित होने के बाद डॉ रोली तिवारी और डॉ ऋचा सिंह ने इशारों ही इशारों में सपा पर हमला किया है।
रोली तिवारी और ऋचा सिंह ने किया ट्वीट
डॉ रोली तिवारी ने ट्वीट कर लिखा है, “न कारण बताओ नोटिस, न सूचना न लैटर पैड, न ही कोई हस्ताक्षर ट्विटर पर निष्कासन करते समय स्याही खत्म हो गई थी या नैतिकता?” वहीं डॉ ऋचा सिंह ने ट्वीट किया कि “सुना है एक पूर्व महिला अध्यक्ष का सामना करने के लिये पूरा “गैंग” सक्रिय हो गया है, स्वागत है आपके अपशब्दों, कुंठा, हमलों का। लोकतंत्र में विरोध और आलोचना “संसदीय भाषा” के दायरे में सबके बस की बात नहीं।”
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @Vikastofficial यूजर ने लिखा कि समाजवादी पार्टी को ब्राह्मण, ठाकुरों की कोई जरूरत नहीं है? @ASHISHG_30 यूजर ने लिखा कि आप दूसरी पार्टी ज्वाइन कर लो जब निष्कासन हो गया है। एक यूजर ने लिखा कि जो समाज विरोधी है उसके लिए स्याही क्या खर्च करना? हिमांशु नाम के यूजर ने लिखा कि क्या आपका सनातनी हिन्दू होना ही निष्कासन के लिए पर्याप्त नहीं था? वो भी ऊपर से ब्राह्मण हैं आप, तो यह तो होना ही था।
एक यूजर ने लिखा कि अपने इसी रवैए के कारण समाजवादी पार्टी अपने अस्तित्व के लिए लड़ रही है, आने वाले समय में चौधरी चरण सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल की तरह समाप्त हो जाएगी सपा भी। @MukeshP86236759 यूजर ने लिखा कि बहन जी मैं किसी भी पार्टी का समर्थक या विरोधी नहीं हूं, लेकिन “श्रीरामचरितमानस” के सपोर्ट के लिए मैं आपको सादर चरण वंदन करता हूं।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गये बयान के बाद समाजवादी पार्टी के कई नेता खुलकर विरोध कर रहे थे, जबकि कुछ नेता दबी जुबान में स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से किनारा कर रहे थे। वहीं रोली तिवारी और ऋचा सिंह ने पार्टी लाइन से हटकर, मौर्य के बयान का खुलकर विरोध किया। माना जा रहा है कि इसी वजह से इन दोनों नेताओं पर पार्टी द्वारा कार्रवाई की गई है।
