महंगाई को लेकर पूरा विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है। तेल, सीएनजी और सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 2014 में चुनाव के वक्त भाजपा ने महंगाई के खिलाफ हमला बोलकर वोट मांगा था। यहां तक कि पीएम मोदी ने भी महंगाई के खिलाफ सरकार को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। अब उन्हीं के पुराने वीडियो को शेयर कर विरोधी तंज कस रहे हैं।

RJD ने पीएम मोदी का पुराना वीडियो किया शेयर: आरजेडी के ट्विटर अकाउंट से पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो (22 नवंबर 2013 का) शेयर किया है। जिसमें नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि “आप मुझे बताइये कि इसी प्रकार महंगाई बढती गई तो गरीब क्या खायेगा? प्रधानमंत्री यहां आए थे लेकिन पीएम महंगाई का म बोले को भी तैयार नहीं है।”

“सरकार को गरीब की परवाह नहीं”: 2013 के वीडियो में पीएम मोदी आगे कह रहे हैं कि “इनका (सरकार का) अहंकार इतना अधिक है कि महंगाई के खिलाफ एक शब्द बोलने को तैयार नहीं हैं। आप मरो तो मरो ये आपका नसीब। गरीब के घर में चूल्हा नहीं जलता है, बच्चा रात-रात भर रोता है, मां आंसू पीकर सोती है और देश के नेताओं को गरीब की परवाह तक नहीं है। जब आप वोट करने जाएं तो महंगे गैस सिलेंडर को नमस्कार करके जाइएगा।”  

लोगों की प्रतिक्रियाएं: वीडियो शेयर कर आरजेडी के ट्विटर अकाउंट से लिखा कि ‘क्या आप मोदी जी की इस बात से सहमत है?’ सोशल मीडिया पर लोग अब इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मोहम्मद शहाबुद्दीन नाम के यूजर ने लिखा कि “हां सहमत क्यों नहीं हूं, महंगाई जो आसमान छू रही है और आज मोदी जी महंगाई का म बोलने को तैयार नहीं हैं।” एक अन्य यूजर ने लिखा कि “वाह मोदी जी वाह! आप को तो देख कर महंगाई भी शर्मा जाती है। आप जिस रास्ते से जा रहे हो, अगर सामने से झूठ आ जाय तो वो भी अपना रास्ता बदल लेता है।”

अमित कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “यकीनन ना तो हो नहीं सकता क्योंकि जो ये बोल रहे हैं, वही हालत है हिन्दुस्तान में।” धर्मवीर राजभर नाम के यूजर ने लिखा कि “हमारे प्रधानमंत्री के मुंह से अब महंगाई का म भी नहीं निकलता।” सलमान तुर्की नाम के यूजर ने लिखा कि “श्रीलंका में सिलेंडर 1200₹ में मिल रहा है और भारत में भी  उसी दाम में मिल रहा है। साहेब जनता को बर्बाद कर रहे हैं।”

प्रमोद नाम के यूजर ने लिखा कि नेता तो कुछ भी बोल देते हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा कि दिक्कत पीएम से नहीं है, ये सब सुनकर 2014 में लोगों ने उन्हें वोट दिया था और अब भी उन्हें वोट देकर देखते हैं कि उनका प्रदर्शन उन लोगों से भी बदतर है, जिनकी वो आलोचना कर रहे थे.