दिल्‍ली की विशेष कोर्ट में CBI ने अर्जी दाखिल कर तेजस्वी यादव की जमानत को रद्द करने की मांग की है। वहीं खबरों के अनुसार, केंद्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो (CBI) की याचिका पर कोर्ट ने तेजस्‍वी को नोट‍िस जारी कर दिया है। अगर यह अर्जी स्वीकार हो जाती है तो IRCTC घोटाले के मामले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जेल भी जाना पड़ सकता है। ANI अनुसार, दिल्‍ली स्‍थ‍ित सीबीआई कोर्ट की विशेष जज गीतांजलि गोयल ने तेजस्‍वी यादव को नोटिस जारी की है।

कोर्ट पहुंची सीबीआई तो भड़की राजद

इस खबर के सामने आते ही राजद भड़क गई है। राजद ने ट्वीट कर लिखा, “बिहार में कल माo उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव ने 60000 नौकरियों की घोषणा की और आज CBI ने कोर्ट में तेजस्वी जी के खिलाफ अर्जी डाल दी। देश में रोज़गार देने वालों से BJP थर-थर कांपती है व भयस्वरूप तोतों को आगे करती है। BJP साफ़, तभी होगा रोजगारों का रास्ता साफ!”

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@Ashokkshekhawat यूजर ने लिखा कि किसी भी प्रकार केवल विपक्ष के नेताओं को परेशान करना और उन्हें जेल भेजना, बस यही काम रह गया है। @ANMukherjee2 यूजर ने लिखा कि अगर सच में मोदी जी ऐसा ही कदम उठायें हैं तो सच में तेजस्वी यादव और मजबूत हो जाएंगे। @trilokee66 यूजर ने लिखा कि बेगुसराय गोली कांड में असर साफ दिख रहा है। अब CBI के द्वारा तेजस्वी यादव जी पर दबाव बनाया जा रहा है ताकि बेगुसराय के मास्टरमाइंड का नाम सामने नहीं आ सके।

@kumarmanishsd यूजर ने लिखा कि राजनीति का स्तर इतना मत गिराओ मोदी जी कि जनता आपका तिरस्कार कर दे। @RajRam77232259 यूजर ने लिखा कि चाहे जितना भाजपा हथकंडे अपना ले लेकिन तेजस्वी झुकेगा नहीं। हर बहुजन शेर है, बस जागने की देर है। एक यूजर ने लिखा कि अभी तक सीबीआई को भी याद नहीं था कि तेजस्वी यादव पर कोई केस है। जैसे ही बीजेपी की सरकार गिरी तो सीबीआई को अचानक याद आ गया और अब जमानत रद्द करवाना चाहती है।

बता दें कि लालू यादव के रेलवे मंत्री रहते हुए घोटाले में उनके परिवार के कई सदस्‍य सीबीआई जांच की जद में हैं। तेजस्‍वी यादव का भी नाम इनमें शामिल हैं। अगर तेजस्वी यादव को इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उन्हें सात साल की सजा हो सकती है। साल 2018 में कोर्ट ने तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को जमानत दी थी, इसी जमानत को खारिज करने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर की गई है।