घोेसी विधानसभा चुनाव के दौरान ट्विटर पर ज्योति नाम के हैंडल से जिलाधिकारी को धमकी दी गई थी। कहा गया था कि अगर सपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया तो हमारी सरकार आते ही नौकरी चली जायेगी। इस मामले को लेकर एक केस दर्ज किया गया था लेकिन अब जब ‘ज्योति’ की सच्चाई सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया।

घोसी उपचुनाव के दौरान जब राजनीतिक माहौल गर्म था, तब ट्विटर कर जिलाधिकारी महोदय को धमकी दी गई थी। ट्वीट ज्योति नाम के अकाउंट से किया गया था। इस मामले में एक केस भी दर्ज किया था लेकिन पुलिस ने जब इस मामले की तहकीकात शुरू की तो पता चला कि जो ‘ज्योति’ बनकर डीएम को धमका रहा था और औकात दिखाने की बात कह रहा था वो ज्योति नहीं बल्कि रिंकू यादव है।

न्यूज तक की खबर के अनुसार, रिंकू ने ज्योति बनकर ट्वीट किया था। उसने लिखा, ”अगर सपा वोर्ट्स पर लाठी चार्ज हुआ और मताधिकार नहीं मिला तो सपा सरकार बनने पर नौकरी से हाथ धो बैठोगे। साल 2026 में जब सपा की सरकार बनेगी तो औकात दिखा देंगे।” इस ट्वीट के बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी।

पुलिस ने बताया कि घोसी उपचुनाव के दौरान 4 अक्टूबर 2023 को एक ट्वीट हुआ था, जिसमें ज्योति यादव नाम के ट्विटर आईडी से जिलाधिकारी महोदय को धमकी दी गई थी। थाना कोतवाली में इस संबंध में अभियोग दर्ज किया गया था और थाना कोतवाली के साथ साइबर सेल को जांच के लिए निर्देशित किया गया था।

जांच में सामने आया है कि इस अकाउंट को रिंकू यादव नाम के शख्स द्वारा चलाया जा रहा है, जो चंदौली का रहने वाला है। 25 अक्टूबर को आरोपी रिंकू को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे जेल भेज दिया गया है। सोशल मीडिया पर भी इस खबर की खूब चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि नेताओं के चक्कर में पड़कर रिंकू यादव अब जेल की हवा खाने जा रहे हैं। हमें अपनी मर्यादा में रहना चाहिए।