देश के बड़े कारोबारी रतन टाटा अपनी सादगी के लिए जानते जाते हैं। आज भी रतन टाटा युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। बड़ी संख्या में लोग उन्हें अपना आइडियल मानते हैं। रतन टाटा की व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में जानने को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता रहती है। इसी बीच एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने बताया कि कैसे उनकी शादी होते-होते रह गई और फिर कोई ऐसी मिली ही नहीं कि जिसे वह अपनी पत्नी कह सकें।
लव लाइफ को लेकर क्या बोले रतन टाटा?
‘ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे’ को दिए एक इंटरव्यू में कारोबारी रतन टाटा ने अपनी ‘लव लाइफ’ पर भी बात की है। उन्होंने बताया, “मैं लॉस एंजिलिस में शादी करने वाला था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया क्योंकि उसी वक्त मैं अपनी दादी के साथ रहने के लिए भारत वापस आ गया। जिससे मैं शादी करना चाहता था, वह जल्द ही भारत आने वाली थी लेकिन इसी बीच 1962 में भारत-चीन युद्ध शुरू हो गया। इसके बाद उसके माता-पिता ने उसे भारत आने की अनुमति नहीं दी।”
शादी होते-होते रह गई !
रतन टाटा ने बताया कि मैं शादी करने ही वाला था कि मुझे भारत वापस आना पड़ा। वो भारत आने वाली थी लेकिन युद्ध की वजह से उसके माता-पिता ने भारत आने की इजाजत नहीं थी। इस तरह शादी-शादी होते होते रह गई। रतन टाटा ने इसके बाद कहा कि फिर ऐसा कोई मिला ही नहीं, जिसे मैं पत्नी कह सकूं।
‘मुझे कोई अफ़सोस नहीं, एक सेकंड के लिए भी नहीं’
रतन टाटा ने आगे बताया, “उसके बाद, अन्य रिश्ते भी आए, लेकिन मुझे कभी कोई ऐसा नहीं मिला जिसे मैं अपनी पत्नी कह सकूं और तब तक, मेरा जीवन ही एक संघर्ष बन गया था। मैं लगातार काम कर रहा था और यात्रा कर रहा था, मेरे पास अपने लिए बहुत कम समय था। लेकिन आज, जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है, एक सेकंड के लिए भी नहीं।”
बचपन के बारे में बताते हुए रतन टाटा ने कहा, “मेरा बचपन खुशहाल था, लेकिन जैसे-जैसे मैं और मेरा भाई बड़े होते गए, हमें अपने माता-पिता के तलाक के कारण काफी रैगिंग और व्यक्तिगत परेशानी का सामना करना पड़ा। मेरी दादी ने हमें हर तरह से पाला-पोसा। हमारी दादी ने हमें हर कीमत पर गरिमा बनाए रखना सिखाया, जो आज तक मेरे साथ बना हुआ है।”