उद्योगपति रतन टाटा को अक्सर जानवरों के लिए आवाज उठाते हुए आपने जरूर सुना होगा। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सिर्फ कुत्ता प्रेमी ही नहीं बल्कि जानवरों के अधिकारों के बारे में हमेशा मुखर रहे हैं। इसी बीच रतन टाटा ने ट्वीट कर लोगों से एक अपील की है। उन्होंने बारिश के समय गाड़ी चलाने से पहले छोटा सा काम करने की सलाह दी है।
रतन टाटा ने ट्वीट कर लोगों से की अपील
रतन टाटा ने ट्वीट कर कहा है, ‘अब मानसून आ गया है, बहुत सारी बिल्लियां और कुत्ते हमारी कारों के नीचे आश्रय लेते हैं। ऐसे जानवरों को बचाने के लिए हमें अपनी कार को चालू करने और गति बढ़ाने से पहले नीचे जांच कर लेना चाहिए कि कोई जानवर तो नहीं है।’
‘जानवरों का रखें ध्यान, जा सकती है उनकी जान’
उन्होंने कहा, ‘अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो गाड़ी के नीचे आश्रय लेने वाले जानवर गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं, विकलांग हो सकते हैं और यहां तक कि मारे भी जा सकते हैं। यह बहुत कष्टदायक होगा। इस मौसम में बारिश होने पर हम सभी उन्हें अस्थायी आश्रय प्रदान करें।’
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ट्वीट
रतन टाटा ने यह ट्वीट 4 जुलाई को किया था, जिसके बाद से अब तक इसे 2 मिलियन से अधिक लोगों ने देखा है। जबकि 50 हजार से अधिक लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया है। रतन टाटा के इस ट्वीट पर बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं।
@spsingh1956 ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ऐसा केवल बड़े दिलवाले लोग ही सोच सकते हैं और असहाय और लाचार लोगों की चिंता कर सकते हैं। मैं आपकी इस सलाह को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाऊंगा।’ एक अन्य ने लिखा, ‘नहीं सर, ये आवारा बिल्लियां और कुत्ते इंसानों से भी ज्यादा चालाक हैं। जैसे ही हम कार के पास जाते हैं, वे उठकर भाग जाते हैं। मानसून के दौरान हमें आवारा बिल्लियों और कुत्तों से ज्यादा बेघर फुटपाथ पर रहने वालों का ध्यान रखने की जरूरत है।’
@shaktiratnoo ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘आपने बेजूबानों के लिए ट्वीट किया, ये आपका बड़कपन है। इतने बड़े आदमी होकर लोग इन बेजुबानो की फ़िक्र तो दूर लोग इंसानों की भी फ़िक्र नहीं करते।’ एक अन्य ने लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम मणिपुर में मारे जा रहे इंसानों के प्रति यही संवेदनशीलता देख पाएंगे। मैं जानता हूं कि आप ऐसे मुद्दों पर कूटनीतिक रहना चाहते हैं लेकिन अगर आपके सामाजिक पद पर मौजूद लोग ही आवाज उठाने से मुंह मोड़ लें तो आम लोगों के बारे में क्या कहा जा सकता है।’
