सोशल मीडिया पर इस वक्त भाजपा सांसद की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि दलित होने के नाते भाजपा सांसद को शंकराचार्य पैर तक छूने से मना कर रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर करते हुए तमाम लोग शंकराचार्य पर तंज कस रहे हैं। जातिवाद को लेकर तीखा हमला बोल रहे हैं।
भाजपा की वायरल तस्वीर पर भड़के लोग
तस्वीर में बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया और निश्चलानंद सरस्वती दिखाई दे रहे हैं। दावा किया गया कि रामशंकर कठेरिया को उनके दलित होने की वजह से शंकराचार्य ने अपना पांव छूने से रोक दिया। इस तस्वीर को शेयर कर प्रोफेसर दिलीप मंडल ने लिखा कि ये शंकराचार्य क्या कर रहा है? फ़ोटो में तो बीजेपी के दलित सांसद भी दिख रहे हैं। बताइए तो ये बाबा दरअसल कर क्या रहा है? मुझे तो बदबू सी आ रही है। कहीं ये छुआछूत तो नहीं कर रहा है?
अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं
एक अन्य ट्वीट में दिलीप मंडल ने लिखा कि पुरी का शंकराचार्य आदतन अपराधी है। दलित और महिला विरोधी मानसिकता है। रांची में बयान दिया था कि शास्त्रों के मुताबिक, दलित मंदिर में घुस नहीं सकते। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने इसका संज्ञान लिया था और मीडिया में दर्ज है कि केस भी बना था। फिर बीजेपी सरकार आ गयी, वरना जेल जाता।
अभिमान नाम के यूजर ने लिखा कि ऐसे ही लोगों के कारण एससी, एसटी, ओबीसी समाज का नुकसान हो रहा है। हमारे समाज के कुछ स्वार्थी लोगों के कारण हम लोग संख्या बल में अधिक होते हुए भी सत्ता से बाहर है। पवन चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि मैंने तो सुना था कि बीजेपी में जाते ही सब गंगा से पवित्र हो जाते हैं, लेकिन ये बीजेपी में जाकर भी अछूत ही रह गया।
भाजपा सांसद ने दी सफाई
इस पर सफाई देते हुए खुद सांसद ने लिखा कि ‘मेरे यहां नगरिया-सरावा, इटावा में दिनांक – 15 से 22 मई 2022 तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया था, जिसमें वृन्दावन के डॉ. श्यामसुन्दर पाराशर जी कथावाचक थे। 16 मार्च 2022 को पुरी शंकराचार्य जी परम् पूज्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी को मैं सादर आमंत्रित करने गया था।
सांसद ने आगे बताया कि मुलाकात के दौरान 1 घंटे मैं उनके सानिध्य में रहा। उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। जो मीडिया में दिखाया जा रहा है ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई, यह पूरी तरह असत्य है। इसी मैं घोर निन्दा करता हूं और ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही की मांग करता हूं, जो यह सब गलत दिखा रहे हैं।