बीजेपी राम मंदिर को यूपी चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बनाने को आतुर दिख रही है तो विपक्ष उसके इस प्रयास को बेमतलब साबित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं बाकी छोड़ रहा। एक प्रोग्राम में योगी के मंत्री ने कहा कि राम हमारे आदर्श हैं। राम भक्तों पर हुए गोली कांड के बाद सरयू में बहती लाशों को हम भूलेंगे नहीं तो कांग्रेस नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी को राम के बच्चों की भी चिंता करनी चाहिए।

योगी के मंत्री मोहसिन रजा ने पंचायत आजतक में कहा कि जल्द ही राम लला के लिए एक आकाश को छूने वाला मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने राम मंदिर की समय सीमा पर समाजवादी पार्टी के ताने का जवाब देते हुए कहा कि मंदिर की नींव रख दी गई है। उन्होंने कहा कि क्या किसी ने सोचा था कि वो अपने जीवनकाल में राम मंदिर देख पाएंगे? लोगों ने हमें दो तिहाई बहुमत दिया।

उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन लोगों ने आतंकवादियों की पूजा की और हिंदुओं के खिलाफ अनावश्यक मामले दर्ज किए। यहां तक कि सपा की सरकार के दौरान राम भक्तों को गोली मारी गई। सपा ने राम जन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ मामले वापस ले लिए। जब हम सत्ता में आए तो हमने कृषि ऋण माफ कर दिया। रजा का कहना था कि वो आतंकवादियों के लिए काम करते हैं, हम गरीबों के लिए काम करते हैं। उन्होंने प्रोग्राम में सपा के नेता के न आने का भी जिक्र किया।

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी को राम के बच्चों की भी चिंता करनी चाहिए। क्या हुआ 70 लाख नौकरी के वायदे का। क्या हुआ किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात का। उनका कहना था कि बीजेपी राम मंदिर की आड़ में अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रही है। इन्हें जनता को जवाब देना ही होगा कि आज मोदी और योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल क्यों है?

एंकर चित्रा त्रिपाठी ने प्रोग्राम के शुरू में कहा कि 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में अभी बीजेपी सरकार चला रही है। यूपी में अगले साल चुनाव हैं। ऐसें भगवा पार्टी फिर से वापसी की कोशिश में है। उनका सवाल था कि क्या राम के नाम पर बीजेपी को फिर से बहुमत मिल पाएगा। उनका कहना था कि विपक्ष आरोप लगाता है कि बीजेपी समाज को सांप्रदायिक तौर पर विभाजित करके और मंदिर मुद्दे का राजनीतिकरण करके आगे बढ़ी। इसके जरिए ही उसने सत्ता हासिल की है।