प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक समाचार चैनल को इंटरव्यू दिया। उनसे जब पूछा गया कि जब पीएम नरेंद्र मोदी के रूट के विषय में किसी को जानकारी नहीं थी तो वहां पर किसान कैसे पहुंच गए। इस सवाल पर बीकेयू नेता गोल मोल जवाब देते नजर आए।
इंडिया टीवी समाचार चैनल की एंकर मीनाक्षी जोशी ने टिकैत से पूछा, ” आपके कहने का तात्पर्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी को इतनी दूर का सफर सड़क मार्ग द्वारा नहीं करना था। क्या पीएम को अपने देश में सुरक्षा नहीं मिल सकती है?” टिकैत ने जवाब दिया – पीएम को सुरक्षा मिल सकती है लेकिन उन्हें अपने कार्यक्रम की जानकारी 10 दिन पहले दे देनी चाहिए थी।
टिकैत ने आगे कहा कि मेरी तरफ से बार-बार कहा गया कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री हैं। एंकर ने पूछा कि पीएम मोदी की रूट की जानकारी केवल पंजाब पुलिस को थी तो वहां पर किसान कैसे पहुंच गए? इस पर किसान नेता ने कहा कि अगर कोई खामी हुई है तो उसका खामियाजा पंजाब सरकार भुगतेगी। इस दौरान वह साफ-साफ जवाब देने से बचते नजर आए।
बीजेपी का आरोप है कि प्रदर्शनकारी कांग्रेस के एजेंट थे : इस सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा नहीं है क्योंकि उन लोगों ने जो झंडा लिया था वह किसान का ही था। किसानों का भी वहां पर प्रदर्शन था लेकिन सड़क जाम करने का कोई कार्यक्रम नहीं था। इसे हमने पहले ही क्लियर कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से प्रदर्शनकारी सड़क पर आ गए उससे प्रतीत होता है कि उन्हें रूट की जानकारी हो गई थी।
उन्होंने पीएमओ और केंद्रीय मंत्रालय पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन सब की भी जिम्मेदारी है, पंजाब सरकार सहित कई लोगों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। कांग्रेस का आरोप है कि किसान नाराज थे इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी के सामने प्रदर्शन करने आ गए? टिकैत ने जवाब दिया कि दोनों पर राजनीतिक पार्टियों की तरफ से इसका फायदा लेने की होड़ मची हुई है। पीएम मोदी को इतना लंबा रूट तय नहीं करना चाहिए था।