अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के समर्थन में राकेश टिकैत ने भी आंदोलन करने का ऐलान किया है। राकेश टिकैत ने कहा कि 30 जून को हम आंदोलन करेंगे और इसके बाद जो युवा चाहेंगे वैसा होगा। अब राकेश टिकैत ने पूर्व सेना अध्यक्ष वीके सिंह को लेकर तंज कसा है।
राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा कि “42 साल की नौकरी के बाद भी सेवा विस्तार के लिए (जन्मतिथि विवाद) सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने वाले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह आज युवाओं की मात्र 4 साल की नौकरी की वकालत कर रहे हैं। यह देश के नौजवानों के साथ धोखा नहीं तो क्या?”
राकेश टिकैत के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। बीएस रानावत ने लिखा कि ‘सोचने वाली ये बात है कि सबसे ज्यादा फौजी राजस्थान, हरियाणा, पंजाब से आते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा फसाद बिहार में हो रहा है! आखिर क्यों?’ अनूप पुरी ने लिखा कि ‘जिस चीज की आपको समझ ना हो उसमें टांग नहीं अड़ाना चाहिए।’
अनिल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कांग्रेस सरकार ने भी वीके सिंह के साथ जो किया. उसके कारण आज सिंह मंत्री हैं।’ अभिषेक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ओह तो आज यह राकेश टिकैत आंदोलनजीवी युवाओं का हितैषी बन गये हैं। इनसे सावधान रहना जरूरी है।’ शिवम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पुलिस की नौकरी से लेकर इलेक्शन लड़ने वाले नेता, किसान बनकर आज अग्निपथ फायदे और नुकसान बताएंगे।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘देश को फिर जलाने की साजिश रची जा रही है, किसानों के मसलों पर ध्यान रखिए।’
जयेंद्र नाम के यूजर ने लिखा कि ‘गांव बसा नहीं की उजाड़ने वाले आ गये। हर बात में टांग अड़ाना जरूरी है क्या?’ पवन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘किसान तो हम हैं, राकेश टिकैत साहब आप कौन हो समझ में नहीं आ रहा।’ मनीष शर्मा ने लिखा कि ‘होनहार छात्र बिना समय गंवाए और बिना किसी के बहकावे में आए, तैयारी शुरू करें और अपना और अपने परिवार का भविष्य बनाएं।’
बता दें कि 19 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने साफ किया कि अग्निपथ को वापस नहीं किया जाएगा। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रगतिशील कदम है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर प्रदर्शनकारियों का नाम एफआईआर में होता है, तो उनके लिए दरवाजे बंद हैं।